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Hindi News भारत राष्ट्रीय जानें कौन हैं नूरजहां, जिनकी PM मोदी ने 'मन की बात' में की तारीफ

जानें कौन हैं नूरजहां, जिनकी PM मोदी ने 'मन की बात' में की तारीफ

कानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में सौर ऊर्जा से अपने गांव को रोशन कर रही नूरजहां का नाम किया लिया, कानपुर के छोटे से गांव बेरी दरियांव देश भर में

आर्थिक तंगी और गरीबी से जूझ रही नूरजहां को फिर तीन साल पहले गांव में कम्युनिटी रेडियो चलाने वाली एक स्वंयसेवी संस्था ने उसके घर पर सौर ऊर्जा की एक प्लेट लगवाई और सौर ऊर्जा से चलने वाली एक लालटेन दी, जिससे वह अपना घर रोशन करती थी। नूरजहां ने बताया कि जब उसे कभी कभी मजदूरी नहीं मिलती थी, गांव के लोग अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए उससे लालटेन ले जाते थे, बदले में उसे कुछ पैसे दे जाते थे। जब स्वंयसेवी संस्था को यह पता चला कि वह इस लालटेन को किराए पर चलाने लगी है, तब उन्होंने उसे कुछ लालटेन और लाकर दी। इस तरह धीरे धीरे उसके पास आज 50 सौर ऊर्जा लालटेन हो गईं तथा उसके घर पर सौर ऊर्जा के पांच पैनल इस स्वंयसेवी संस्था ने लगवा दिए। अब गांव के लोग उससे रोजाना शाम को सौर लालटेन ले जाते है और सुबह उसे वापस दे जाते है। वह इन लालटेनों को चार्ज पर लगा कर फिर देती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब मन की बात में नूरजहां के इस सोलर लालटेन का जिक्र किया तो उसके घर नेताओं का तांता लग गया तब उसे मालूम हुआ कि उसकी एक लालटेन ने उसे पूरे देश में मशहूर कर दिया है। वह कहती हैं कि बहुत खुशी हुई कि देश के प्रधानमंत्री ने मेरा नाम लिया और मेरे काम को सराहा। लेकिन उसे इस बात का दुख भी है कि प्रदेश सरकार या जिला प्रशासन ने कभी उसकी इस काम के लिए मदद नहीं की और न ही कोई आर्थिक सहायता दी। लेकिन वह मदद करने वाली स्वंयसेवी संस्था की तारीफ करती नहीं थकती।

तीन बेटो, दो बहुओं और एक पोते के परिवर की मुखिया नूरजहां कहती हैं कि आज जब इतने बड़े आदमी ने मेरा नाम लिया है तो मुझे उम्मीद है कि अब प्रदेश सरकार या केंद्र सरकार मेरे इस काम में मदद करेंगी और मैं अपने इस 50 लालटेन के काम को और बढ़ा कर 100 लालटेन कर सकूंगी, क्योंकि गांव में बिजली न आने के कारण परीक्षाओं के दिनों में मां-बाप अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए अधिक लालटेनों की मांग करते है जो मैं पूरा नहीं कर पाती हूं। नूरजहां ने बताया कि अब तो आसपास के गांव के लोग भी लालटेन मांगने आते हैं। उनसे पूछा गया कि वह अपने काम को केवल 100 लालटेनों तक ही क्यों सीमित रखना चाहती है तो वह बहुत ही मासूमियत से कहती हैं कि इससे ज्यादा हम संभाल नहीं पाएगे और न ही ज्यादा पैसा कमाने की चाहत है। बस परिवार को सुकून से दो वक्त की रोटी मिल जाए इसी में हम खुश हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही मन की बात में कानपुर की नूरजहां का नाम लिया कानपुर के भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी अपनी टीम के साथ दोपहर बाद नूरजहां के गांव पहुंच गए। पहले तो उन्होंने नूरजहां को फूल माला पहनाई बाद में शाल ओढ़ा कर उनका सम्मान किया। मैथानी ने कहा कि वह पत्र लिखकर केंद्र सरकार से नूरजहां की मदद करने का आग्रह करेंगे और अगर किन्ही कारणों से केंद्र सरकार से मदद न मिल पाई तो हम कानपुर के बीजेपी विधायकों और नेताओं से चंदा कर एक अच्छी रकम इकट्ठा करके नूरजहां को देंगे ताकि वह अपनी सौर ऊर्जा वाले लालटेन परियोजना को और बढ़ा सकें।

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