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कौन है पंजाब नैशनल बैंक में महाघोटाले का मास्टरमाइंड नीरव मोदी?

बैंक का आरोप है कि नीरव, उनके भाई निशाल, पत्नी अमी और मेहुल चीनूभाई चोकसी ने बैंक के अधिकारियों के साथ साज़िश रची और फ्रॉड ट्रांजैक्शन्स को अंजाम दिया। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। फिलहाल मामले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी फरार हैं।

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नई दिल्ली: देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक में 11 हजार 400 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया के बाद पीएनबी ने इस बारे में देश के तीस बैंकों को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में पीएनबी ने तमाम बैंकों से इस घोटाले के मोडस ऑपरेंडी का जिक्र किया है। पीएनबी ने चिट्ठी में बताया है कि कैसे इस पूरे घोटाले को अंजाम दिया गया और किस तरह से जूनियर लेवल कर्मचारियों ने इतना बड़ा फ्रॉड किया। चिट्ठी में बकायदा मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी की अलग-अलग कंपनियों का भी जिक्र किया गया है और सभी बैंकों से कहा गया है कि ऐसी अंडरटेकिंग का तुरंत संज्ञान लेकर पेमेंट रोका जाए।

बैंक का आरोप है कि नीरव, उनके भाई निशाल, पत्नी अमी और मेहुल चीनूभाई चोकसी ने बैंक के अधिकारियों के साथ साज़िश रची और फ्रॉड ट्रांजैक्शन्स को अंजाम दिया। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। फिलहाल मामले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी फरार हैं। बता दें कि नीरव मोदी और उसके साथियों ने अपनी तीन कंपनियों डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट और स्टैलर डायमंड के जरिए ये पूरा जाल बुना।

कौन है नीरव मोदी?
नीरव मोदी की गिनती देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे अमीर व्यवसायी में होती है। वे पहले ऐसे कारोबारी हैं जिनका नाम ही उनका ब्रांडनेम बन गया है। वे फ़ायरस्टार डायमंड के संस्थापक हैं और उनके ग्राहकों में दुनिया के बड़े बिजनेसमैन से लेकर सेलेब्रिटी और राज घरानों के लोग शामिल हैं। नीरव मोदी की फैमिली डायमंड का ही बिजनेस करती थी। बचपन से ही वे अपने पिता के साथ डायमंड कटिंग से लेकर हर तरह के डिजाइनिंग हुनर को बारीकी से समझते थे और समय के साथ वे दुनिया के सबसे मशहूर ज्वेलरी डिज़ाइनर बन गए।

बिजनेस से जुड़ने के पहले नीरव मोदी ने पेंसिलवेनिया में फाइनेंस की पढ़ाई की, लेकिन एक साल बाद ही वे युनिवर्सिटी छोड़कर भारत आ गए और बिजनेस को नए मुकाम पर ले जाने की ठानी। वो 1990 में मुंबई आकर चाचा के साथ डायमंड कारोबार में जुट गए। नौकरी के शुरुआती दौर में मोदी को महीने के 3500 रुपए मिलते थे। करीब 10 साल तक नौकरी करने के बाद मोदी ने 15 लोगों के साथ फायरस्टार कंपनी बनाई।

मोदी ने विदेशी क्लाइंट्स को टारगेट किया और भारत में डायमंड कटिंग की लागत का फायदा उठाते हुए सर्विस देनी शुरु कर दी। इस तरह मोदी का काम भारत समेत दुनिया भर में फैल गया। फायरस्टार डायमंड का कारोबार आज यूएसए, यूरोप, मिडिल ईस्ट और भारत में फैला हुआ है।

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