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Hindi News भारत राष्ट्रीय 26 जनवरी परेड में नहीं दिखेंगी महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की झांकियां, संजय राउत ने उठाया सवाल

26 जनवरी परेड में नहीं दिखेंगी महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की झांकियां, संजय राउत ने उठाया सवाल

इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की झांकियां देखने को नहीं मिलेंगे। इसे लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने सवाल भी खड़ा किया है।

नई दिल्ली: इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की झांकियां देखने को नहीं मिलेंगे। इसे लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने सवाल भी खड़ा किया है। राउत ने कहा कि "गणतंत्र दिवस पर महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की झांकियां नहीं दिखने के पिछे क्या कोई राजनीतिक षड्यंत्र है? हम प्रखर राष्ट्रभक्त हैं, क्या यह हमारा जुर्म है?" दरअसल, आपको बता दें कि झांकियों के 56 प्रस्तावों में से 22 ही चुने गए हैं, जिनमें राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 16 और केंद्रीय मंत्रालयों के छह प्रस्ताव हैं। नहीं चुने जाने वाले प्रस्तावों में महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, मंत्रालय को राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से झांकियों के 32 और केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों से 24 प्रस्ताव मिले थे। मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है,‘‘ पांच बैठकों के बाद उनमें से राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 16 और मंत्रालयों/विभागों के छह प्रस्ताव अंतिम रूप से गणतंत्र दिवस परेड 2020 के लिए चुने गए हैं।’’ बयान के अनुसार पश्चिम बंगाल के प्रस्ताव को विशेषज्ञ समिति द्वारा दो दौर की अपनी बैठकों में परीक्षण करने के बाद खारिज कर दिया गया।

इतना ही नहीं गणतंत्र दिवस परेड में ‘जल जीवन हरियाली मिशन’ पर आधारित बिहार सरकार की झांकी के प्रस्ताव को भी केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया है। प्रस्ताव के खारिज होने का मतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ पर भव्य गणतंत्र दिवस परेड में बिहार का प्रतिनिधित्व नहीं होगा। दिल्ली स्थित बिहार सूचना केंद्र के सूत्रों ने बिहार की झांकी के प्रस्ताव के खारिज होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि प्रस्ताव को इस आधार पर स्वीकृति नहीं मिली कि यह राज्यों की झांकियों के चयन के लिए जरूरी मानकों को पूरा नहीं कर सकी। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में हरित क्षेत्र और भूजल स्तर को बढ़ावा देने के लिए अक्टूबर 2019 में ‘जल-जीवन-हरियाली मिशन’ की शुरुआत की थी। बिहार ने इसी थीम पर आधारित झांकी का प्रस्ताव दिया था। विपक्षी राजद ने झांकी का प्रस्ताव खारिज होने पर केंद्र की राजग सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर बिहार के लोगों का ‘‘अपमान’’ करने का आरोप लगाया। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ‘‘उन्होंने (केंद्र की राजग सरकार ने) बिहार के लिए विशेष दर्जे की मांग को खारिज किया और अब गणतंत्र दिवस पर झांकी के जरिए अपनी योजना का प्रदर्शन करने के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया। यह ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा की ‘डबल इंजन’ की सरकार की सच्चाई है।’’

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