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Hindi News भारत राष्ट्रीय Video: 5 सेकंड में 60 फीट पर हादसा, जानिए कैसे पैराग्लाइडिंग बनी 'मौत उड़ान'

Video: 5 सेकंड में 60 फीट पर हादसा, जानिए कैसे पैराग्लाइडिंग बनी 'मौत उड़ान'

कोयंबटूर में पैराग्लाइडिंग के दौरान एक शख्स की गिरने से मौत हो गई। जब आप शख्स के गिरने की वजह जानेंगे तो आप वजह पर यकीन नहीं कर पाएंगे।

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तमिलनाडु: एक छोटी सी चूक और एक जिंदगी खत्म।  कुछ ऐसी ही दिल दहला देने वाली तस्वीरें आईं हैं तमिलनाडू के कोयंबटूर से। कोयंबटूर में पैराग्लाइडिंग के दौरान एक शख्स की गिरने से मौत हो गई। जब आप शख्स के गिरने की वजह जानेंगे तो आप वजह पर यकीन नहीं कर पाएंगे।

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तस्वीरें जितनी भयानक हैं। हादसा जितना दर्दनाक था। हादसे के पीछे की हकीकत और वजह उससे कही ज्यादा चौंकाने वाली हैं। 7 अगस्त, रविवार की हैं और हादसे की जगह है तमिलनाडू का कोयंबटूर। कोयंबटूर के कदसिया मैदान में पैराग्लाइडिंग के दौरान 53 साल के एक शख्स मल्लेश्वर राव की गिरने से मौत हो गई। जिस वक्त ये हादसा हुआ मल्लेश्वर राव जमीन से 60 फीट की ऊंचाई पर थे।

ज़रा सी लापरवाही और हावी हो गई मौत
दरअसल कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज के शताब्दी समारोह के मौके पर शहर के हवाईअड्डा के पास कुदसिया मैदान पर इस पैराग्लाइडिंग का आयोजन किया गया था। सैंकड़ों लोगों की तरह 53 साल के मल्लेश्वर राव भी मौज-मस्ती और पैराग्लाइडिंग का मज़ा लेने के लिए कुदसिया मैदान पहुंचे थे, लेकिन यही मस्ती उनकी मौत की वजह बन गई।

ऐसे हुआ ये दर्दनाक हादसा
मल्लेश्वर राव पैराग्लाइडिंग के लिए पैराशूट को बांधकर आसमान की तरफ उड़ान भरते हैं। चंद सेकेंड में मल्लेश्वर राव जमीन से करीब 60 फीट की ऊंचाई पर थे। तेज़ हवाओं के साथ पैराशूट और पैराशूट से जुड़े मल्लेश्वर राव हिचकोले खा रहे थे। लेकिन ये हिचकोले और हवा में इधर उधर बहकना ही पैराग्लाइडिंग का असली मज़ा होता है। लेकिन चंद सेकेंड में ही हवा में तैर रहे मल्लेश्वर की चीखें आसमान में तैरने लगीं थी। हवा की सांय सांय के साथ इधर उधर उड़ते पैराशूट से मल्लेश्वर राव की आवाज़ ज़मीन को छू रही थी और उनकी आवाज़ को सुनकर लोग मल्लेश्वर राव की तरफ दौड़ पड़े।

पूरे मैदान में मौज-मस्ती और उत्साह की जगह दहशत और चीखों ने ले ली थी और हर किसी की नज़र जमीन से तकरीबन 60 फीट ऊपर हवा में झूल रहे मल्लेश्वर राव पर थी। अचानक वो हुआ जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। पैराग्लाइडिंग के ज़रिए हवा में उड़ने का मज़ा लेने वाले मल्लेश्वर राव अचानक सीधे जमीन पर आ गिरे।

आखिर पैराग्लाइडिंग के दौरान ये हादसा हुआ कैसे? जानिए वजह
आखिर मल्लेशव्र गिरे कैसे, उनका शरीर पैरासूट से अलग कैसे हुआ..हादसे के बाद जब इन सवालों के जवाब सामने आए तो हर कोई हैरान रह गया। दरअसल हादसे की वजह था। पैराशूट का सेफ्टी बेल्ट का टूटना।  बेल्ट्स के सहारे इंसान को जमीन से कई फीट ऊपर हवा की सैर कराई जाती है। वही बेल्ट मल्लेश्वर राव को धोखा दे गई थी।

शरीर में रहरी चोट लगने से हुई मौत
हादसा होते ही लोग मल्लेश्वर राव को लेकर अस्पताल की तरफ भागे। लेकिन खबरों के मुताबिक 60 फीट की ऊंचाई से गिरने  के बाद मल्लेश्वर राव के शरीर के कई हिस्सों में गहरी चोट लगी थी।  उन्हें तुरंत पास के निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज के शताब्दी समारोह के मौके पर कुदसिया मैदान में 12 से 60 साल तक के उम्र के लोगों के लिए पैराग्लाइडिंग का आयोजन किया गया था।. पैराग्लाइडिंग के लिए फीस 500 रुपये थी और पैराग्लाइडिंग करने वालों का मेडिकल भी करवाया गया था।

हादसे के बाद दो दिन में ही कत्म हुआ शताब्दी समारोह
इस हादसे के बाद तीन दिन के कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज के शताब्दी समारोह को दो दिन में ही खत्म कर दिया गया। दूसरी तरफ पुलिस ने मामले में आयोजक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर में आयोजक को पैराग्लाइडिंग के लिए सही सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करने का दोषी बनाया गया है, लेकिन इस मामले में चौंकाने वाली बात ये है कि इतने बड़े आयोजन में इतनी बड़ी चूक हुई। और उस चूक का खामियाज़ा एक इंसान को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा।

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