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Hindi News भारत राष्ट्रीय फिर टल जाएगी निर्भया के दोषियों की फांसी? दोषी अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की क्यूरेटिव पिटीशन

फिर टल जाएगी निर्भया के दोषियों की फांसी? दोषी अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की क्यूरेटिव पिटीशन

निर्भया के एक दोषी अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में फांसी के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन दायर की है। सुप्रीम कोर्ट ने तिहाड़ जेल प्रसाशन से पूछा है कि 'फांसी की क्या तारीख सेशन कोर्ट ने तय की है।'

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नई दिल्ली: निर्भया के एक दोषी अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में फांसी के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन दायर की है। सुप्रीम कोर्ट ने तिहाड़ जेल प्रसाशन से पूछा है कि 'फांसी की क्या तारीख सेशन कोर्ट ने तय की है।' अब बुधवार को तिहाड़ प्रसाशन सुप्रीम कोर्ट में जवाब देगा। तिहाड़ जेल प्रसाशन ने खबर की पुष्टि की है। तिहाड़ जेल के डीजी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने तिहाड़ से कल सुबह जवाब मांगा है।

हालांकि, अक्षय के वकील ए पी सिंह मना कर रहे हैं कि अभी क्यूरेटिव पिटिशन नहीं लगाई है। वह कह रहे हैं कि कल सुबह क्यूरेटिव पिटिशन दायर करेंगे। बता दें कि निर्भया के दोषियों को फांसी देने की तारीख करीब आ रही है। ऐसे में तिहाड़ जेल प्रशासन अपनी तैयारियां पूरी करने में जुटा हुआ है। सोमवार को तिहाड़ जेल में दोषियों की फांसी के लिए फिर से डमी ट्रायल किया गया। 

इससे पहले जेल प्रशासन तीन बार डमी ट्रायल कर चुका था और अब चौथी बार इसका ट्रायल हुआ। बता दें कि चारों दोषियों-विनय शर्मा, अक्षय कुमार सिंह, मुकेश कुमार सिंह और पवन गुप्ता को जेल नंबर तीन में एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी दी जानी है। चारों दोषी जेल नंबर तीन की अलग-अलग काल कोठरियों में बंद हैं। दोषियों की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी है। उन्हें लगातार 24 घंटे सर्विलांस में रखा जा रहा है।

23 जनवरी तक मिली जानकारी के मुताबिक, चारों दोषियों के खाने-पीने में कमी आई है। बताया जा रहा है कि इनकी खुराक पहले से कम हो गई है। दोषियों का दोपहर का खाना कम हो गया है और रात को भी वे कम ही खा रहे हैं, साथ ही परेशान भी रहने लगे हैं। दोषियों का मेडिकल और मेंटल चेकअप रोज हो रहा है और सारी रिपोर्ट्स नॉर्मल हैं। हालांकि, खबरों के मुताबिक आखिरी इच्छा के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया था।

दिल्ली में 16-17 दिसंबर 2012 की दरम्यानी रात छह लोगों ने चलती बस में 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा से बर्बर बलात्कार किया था और फिर उसे बस से सड़क पर फेंक दिया था। इस लड़की को काल्पनिक नाम ‘निर्भया’ से जाना गया। बाद में 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। राम सिंह नाम के आरोपी ने तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। आरोपियों में शामिल एक नाबालिग को तीन साल तक किशोर सुधार गृह में रखने के बाद रिहा कर दिया गया था।

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