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Hindi News भारत राष्ट्रीय 'आप की अदालत' में रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'तेजस्वी को बाहर करने पर पहले फैसला करें नीतीश'

'आप की अदालत' में रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'तेजस्वी को बाहर करने पर पहले फैसला करें नीतीश'

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद आज आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिजनों पर लगे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों पर जमकर बरसे और कहा कि यह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तय करना है कि वे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को

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नई दिल्ली:  बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद आज आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिजनों पर लगे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों पर जमकर बरसे और कहा कि यह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तय करना है कि वे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को हटाना चाहते हैं या नहीं।  

इंडिया टीवी पर शनिवार रात 10 बजे प्रसारित हुए शो 'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए रवि शंकर प्रसाद ने बीजेपी और जेडीयू के बीच किसी तरह की खिचड़ी पकने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा, 'खिचड़ी पक रही है कि नहीं, अभी कुछ कह नहीं सकते। क्योंकि नीतीशजी हमें छोडकर गए थे, हमने नहीं छोडा। डायवोर्स हमारी तरफ से नहीं हुआ था। फैसला उनको करना है, लेकिन वो बाद की बात है। अभी मूल फैसला उनको करना है कि भ्रष्ट उपमुख्यमंत्री को साथ में रखकर अपनी सरकार कब तक चलाएंगे। जीतनराम मांझी से कहा था कि दो घंटे के अन्दर इस्तीफा दे दें, पहले क्लीन होकर आएं। रामाधार सिंह और दूसरे मंत्रियों को भी हटाया। सवाल अब ये है कि तेजस्वी आपके उपमुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं। 

अब लूट की राजनीति बंद होनी चाहिए

रजत शर्मा ने जब कहा कि नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को पद छोड़ने के लिए चार दिनों का समय दिया है। कानून मंत्री ने जवाब दिया, 'हम 4 दिन तो क्या, 40 दिन सब्र कर लेंगे। पर लालूजी ने कह दिया है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे। हिन्दुस्तान की राजनीति अब नैतिकता की ओर बढ़ रही है। अब लूट की राजनीति बन्द होनी चाहिए। यह हमारा मुख्य मुद्दा है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राजेन्द्र बाबू, कर्पूरी ठाकुर के बिहार में ये सब नहीं हो सकता। कानून मंत्री ने नीतीश कुमार को राष्ट्रपति चुनाव, जीएसटी और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मुद्दों पर समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, 'उनका अभिनन्दन है। जो कुछ किया, उन्होंने देशहित में किया।

​अगर दिल मिलेंगे तो चुपके-चुपके नहीं

रविशंकर प्रसाद से जब यह पूछा गया कि फिर से एक-दूसरे से मिलने के लिेए कदम बढ़ाए जा रहे हैं, उन्होंने कहा, अगर दिल मिलेंगे तो चुपके-चुपके नहीं। नीतीशजी वाजपेयी सरकार में अच्छे रेल मंत्री थे। लालू से बढ़िया थे। हमारे साथ 13 साल शासन चलाए हैं। 17 साल एनडीए में रहे हैं, छोड़के चले गए तो चले गए। आज मैं नीतीश कुमारजी से जरूर पूछूंगा कि आप जो ईमानदारी, सुशासन के प्रतिमूर्ति हैं, तो तेजस्वी पर क्यों खामोश हैं?

ये डर का महागठबंधन है

लालू प्रसाद द्वारा लगाए जा रहे आरोप कि उन्हें और उनके परिवार को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष के नेताओं जैसे मायावती, मुलायम सिंह, सोनिया गांधी, ममता और कनिमोझी को एकजुट कर रहे हैं, प्रसाद ने कहा, 'ये कोई नीति और नीयत का महागठबंधन नहीं है, ये डर का महागठबंधन है। डर है नरेन्द्र मोदीजी के खिलाफ क्योंकि अकेले ये उनके खिलाफ खड़े नहीं हो सकते। बाकी जनता को तय करना है।'

लालूजी को मंत्री पद मिला था, लूट का लाइसेंस नहीं 

कानून मंत्री ने सीबीआई और अन्य एजेंसियों के आरोपों का हवाला देते हुए कहा कि कैसे रेलवे के रांची और पुरी के दो होटल को एक निजी होटल मालिक को दे दिया और बदले में पटना में 3.5 एकड़ की बेशकीमती जमीन पर 700 करोड़ का शॉपिंग मॉल बनाया जाने लगा। उन्होंने लालू के बेटे तेजस्वी यादव, बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेष कुमार से भी सफाई मांगी कि उन्होंने दिल्ली के बिजवासन और सैनिक फॉर्म में कैसे जमीन अधिगृहित की। कानून मंत्री ने कहा, ' लालूजी को मंत्री पद मिला था, लूट का लाइसेंस नहीं मिला था। और लूट करेंगे तो कभी न कभी खुलेगा। आज खुल रहा है। ये नरेन्द्र मोदी की सरकार है, हमारी सरकार के तीन साल हो गए, हमें गर्व है,भ्रष्टाचार का एक आरोप भी नहीं है हमारे उपर, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि जो लूट करे, उस पर हम चुप रहें।

प्रसाद ने आरोप लगाया कि जिस दिन पुरी और रांची में स्थित होटलों को एक प्राइवेट होटल मालिक को देने का रेलवे लाइसेंस जारी हुआ, उसी दिन लालू यादव के मंत्रिमंडल में शामिल एक मंत्री की पत्नी के नाम पटना में जमीन का ट्रांसफर हुआ। उन्होंने कहा कि वही जमीन 4-5 साल बाद एक ऐसी कंपनी को ट्रांसफर की गई जिसमें तेजस्वी और लालू की पत्नी राबड़ी डायरेक्टर हैं। प्रसाद ने सवाल किया कि कैसे गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वाले एक रेलवे कर्मचारी की 80 लाख रुपये की जमीन को लालू के रिश्तेदार को नौकरी के बदले में दी गई।

भारत का कानून अपराध में छोटे-बड़े में फर्क नहीं करता

तेजस्वी यादव के इस हालिया बयान पर कि जब यह डील हुई तब वह एक बच्चे थे और उनकी मूंछें भी नहीं आई थीं, कानून मंत्री ने कहा, ‘देश का कानून मंत्री बिहार के उपमुख्यमंत्री को बिना मांगे एक सलाह देना चाहता है। भारत का कानून अपराध में छोटे-बड़े में फर्क नहीं करता। कानून यही कहता है कि अगर आप छोटे हैं, तो जेल नहीं जाएंगे, रिमांड होम में जाएंगे। अपराधी, अपराधी है। यहां तो ये मेजर हैं। भारत के लोकतंत्र में इस तरह की लूट को आप कब तक बर्दाश्त करेंगे और क्यों बर्दाश्त करेंगे? आज भारत ईमानदारी की तरफ बढ़ रहा है। अब उसमें मंत्री बनना है तो जमीन दो, नौकरी करना है तो जमीन दो, टेंडर लेना है तो जमीन दो, इसका क्या मतलब है।’

कानून अपना काम करेगा

प्रसाद ने कहा, ‘यदि कोई भ्रष्टाचार करेगा, हमारी सरकार न तो किसी जांच पर दबाव बनाएगी और न ही रोकेगी। कानून अपना काम करेगा।’ कानून मंत्री ने लालू के ‘राजनीतिक बदले’ के आरोप को भी नकारा। उन्होंने कहा, ‘नरेन्द्र मोदीजी के खिलाफ कितने सुनियोजित प्रचार चले 12-13 साल से झूठे आरोप लगाकर। सुप्रीम कोर्ट मे 9 केस में उनकी जिरह हुई। इशरत जहां, बाकी सब केस। कुछ नहीं पाया गया। जितना अधिक प्रताड़ित नरेन्द्र मोदी को यूपीए सरकार में किया गया है, मुझे गर्व है उनके साहस पर। आज वह यहां पहुंचे हैं और देश के लिए काम कर रहे हैं। मोदीजी कभी किसी को प्रताड़ित नहीं करते। मैं उनकी सरकार में मंत्री हूं। कभी मोदीजी ने कैबिनेट में नही कहा कि इसे तंग करो, उसे तंग करो।’

पूरा विश्वास है कि एक भव्य राम मंदिर बनकर रहेगा

विवादित अयोध्या मुद्दे पर एक दिलचस्प टिप्पणी करते हुए कानून मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट विवादित जमीन पर राम मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला सुनाएगा। उन्होंने कहा, ‘मैं उस मामले में वकील रहा हूं। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जहां रामलला विराजमान हैं, वहां माना है कि रामलला का जन्म हुआ था। इसको उन्होंने कानूनी मान्यता दे दी है। दूसरा पक्ष बाबरी मस्जिद के अस्तित्व को साबित करने में असफल रहा। मैं एक वकील के रूप में, कानून मंत्री के रूप में नहीं, जितना अधिक एविडेन्स वहां पर है, कह सकता हूं कि सुप्रीम कोर्ट में भी जीतेंगे और बड़े प्रभावी ढंग से जीतेंगे। हम लोगों की अपेक्षा है कि सुप्रीम कोर्ट जल्द मामले की सुनवाई करे, जब हम इलाहाबाद हाई कोर्ट में जीते थे, और दूसरा पक्ष बाबरी मस्जिद को साबित करने में असफल हुआ। शायद स्वीकर करते को देश में सौहार्द का माहौल होता। उनके नेता नहीं माने। तो हम इलाहाबाद हाई कोर्ट में जीते हैं, सुप्रीम कोर्ट में भी जीतेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि एक भव्य राम मंदिर बनकर रहेगा।’

रजत शर्मा के शो ‘आप की अदालत’ में रवि शंकर प्रसाद का प्रसारण इंडिया टीवी पर शनिवार (15 जुलाई) रात 10 बजे हुआ। रविवार 16 जुलाई को सुबह 10 बजे और रात 10 बजे इस शो को फिर से प्रसारित किया जाएगा।

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