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Hindi News भारत राष्ट्रीय उत्तर भारत के राज्यों में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी, फिर भी पारा सामान्य से नीचे

उत्तर भारत के राज्यों में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी, फिर भी पारा सामान्य से नीचे

उत्तर भारत के राज्यों में सोमवार को अधिकतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई लेकिन क्षेत्र में कुछ स्थानों पर वर्षा होने से यह साल के इस समय के लिए सामान्य सीमा से नीचे बना रहा।

उत्तर भारत के राज्यों में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी, फिर भी पारा सामान्य से नीचे - India TV Hindi Image Source : PTI उत्तर भारत के राज्यों में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी, फिर भी पारा सामान्य से नीचे 

नयी दिल्ली: उत्तर भारत के राज्यों में सोमवार को अधिकतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई लेकिन क्षेत्र में कुछ स्थानों पर वर्षा होने से यह साल के इस समय के लिए सामान्य सीमा से नीचे बना रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि इन राज्यों में सोमवार सुबह तक छिटपुट वर्षा या गरज के साथ छींटे पड़े। अगले दो-तीन दिनों के दौरान पश्चिमोत्तर एवं मध्य भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है। उसने कहा कि अगले तीन से चार दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना नहीं है। 

मौसम कार्यालय ने कहा कि दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य अरब सागर के ऊपर और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी और आंध्र प्रदेश तट से लगे क्षेत्रों और उसके पास के क्षेत्रों में मंगलवार को तेज हवाएं चलने की संभावना है। उसने इन क्षेत्रों में मछुआरों को समु्द्र में नहीं उतरने की सलाह दी। दिल्ली में सोमवार को तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री कम है। आने वाले दिनों इसमें कुछ डिग्री की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। मौसम कार्यालय ने कहा कि मंगलवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाये रहने और तेज सतही हवाएं (30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक) चलने की उम्मीद है। उसने कहा कि क्षेत्र में 15 जून तक लू चलने की संभावना नहीं है। 

मौसम विभाग ने कहा कि अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी होगी, लेकिन इसके 10 जून तक 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे बने रहने का अनुमान है। इसके बाद, बंगाल की खाड़ी में एक संभावित कम दबाव क्षेत्र के कारण नम हवाओं के कारण 12 और 13 जून को दिल्ली-एनसीआर में बारिश होगी। जयपुर के मौसम कार्यालय ने कहा कि राजस्थान के कुछ हिस्सों में रविवार से हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। उसने कहा कि बांसवाड़ा के केसरपुरा में 30 मिमी और पाली में 33 मिमी वर्षा दर्ज की गई। अजमेर, कोटा और चुरू में भी बारिश हुई। विभाग ने मंगलवार को कोटा और उदयपुर संभाग में हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है। 

श्रीगंगानगर 42 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ राज्य में सबसे गर्म स्थान रहा। इसके बाद बीकानेर और जैसलमेर में क्रमश: 41.4 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 41.1 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 40.3 डिग्री सेल्सियस, चुरू में 39.5 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 39 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 38 डिग्री सेल्सियस और अजमेर में 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा और पंजाब में अधिकतम तापमान में सोमवार को मामूली वृद्धि दर्ज की गई लेकिन यह सामान्य सीमा से काफी नीचे रहा। दोनों राज्यों की सामान्य राजधानी चंडीगढ़ का तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

हरियाणा में अंबाला में अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री कम है जबकि करनाल में 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम है। हिसार का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि नारनौल का तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लुधियाना में अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से दो डिग्री कम है। वहीं पटियाला का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

उत्तर प्रदेश में झांसी सबसे गर्म स्थान रहा जहां तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद कानपुर में 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इलाहाबाद और आगरा में यह 39.9 डिग्री सेल्सियस और हमीरपुर में 39.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। लखनऊ में मौसम कार्यालय ने कहा कि शहर का तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

उसने कहा कि मंगलवार को राज्य में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने कहा कि इसके प्रभाव में, ओडिशा, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, उत्तर कोंकण और केरल में 10 से 12 जून के दौरान व्यापक वर्षा होने की संभावना है। साथ ही महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और दक्षिण मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में 11 -12 जून के दौरान छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है।

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