नयी दिल्ली: साल 2013 में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर पेश किया गया इनमें से कोई नहीं (नोटा) के विकल्प का अब अपना चिह्न होगा, जो एक मतपत्र पर काले रंग के क्रॉस के रूप में होगा। बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार नोटा के इस चिह्न का ईवीएम और मत पत्रों पर इस्तेमाल होगा। यह इनमें से कोई नहीं विकल्प के सामने होगा।
चुनाव आयोग ने आज बताया कि इस चिह्न का डिजाइन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद ने आयोग के लिए तैयार किया है।
साल 2013 में उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद नोटा का बटन ईवीएम पर आखिरी विकल्प के रूप में जोड़ा गया था। पिछले साल हुए आम चुनाव में करीब 60 लाख लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया था।
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