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Hindi News भारत राष्ट्रीय वाइब्रेंट गुजरात समिट में PM मोदी ने दिया 3D फॉर्मूला, एक क्लिक में पढ़ें खास बातें

वाइब्रेंट गुजरात समिट में PM मोदी ने दिया 3D फॉर्मूला, एक क्लिक में पढ़ें खास बातें

गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आठवें वाइब्रेंट गुजरात समिट का उद्धाटन किया। चार दिन चलने वाले गुजरात वाइब्रेंट समिट में दुनियाभर के 22 हज़ार बिजनेसमैन पहुंचे हैं। अनुमान है

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गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आठवें वाइब्रेंट  गुजरात समिट का उद्धाटन किया। चार दिन चलने वाले गुजरात वाइब्रेंट समिट में दुनियाभर के 22 हज़ार बिजनेसमैन पहुंचे हैं। अनुमान है कि वाइब्रेंट समिट के दौरान 30 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट आएगा।

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इस बार के वाइब्रेंट समिट में 20 देशों के मंत्री और बड़े नेता हिस्सा ले रहे हैं। अमेरिका, इंग्लैंड, रूस,  ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान और सिंगापुर जैसे 12 बड़े देश इवेंट के पार्टनर हैं। वाइब्रेंट समिट के उद्घाटन के बाद दुनियाभर के निवेशकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा रिसर्च एंड डेवलेपमेंट हब बन गया है और आने वाले दिनों में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटलाइज्ड इकोनॉमी बनने वाली है।

PM मोदी ने कहा-

  • ई-गवर्नेंस सरकार चलाने का आसान और असरदार तरीका है मैं नीतिगत गवर्नेंस पर ज़ोर देता हूं....
  • ऑनलाइन प्रक्रिया से फैसला लेने में तेजी और खुलापन आया है। मेरा यकीन कीजिए भारत दुनिया के सबसे बड़ी डिजिटलाइज्ड इकॉनमी बनने की दहलीज पर है।
  • आप में से ज्यादातर लोग भारत में इस तरह का बदलाव चाहते थे। मुझे ये कहते हुए गर्व है कि ये आपके सामने हो रहा है।
  • पिछले ढाई साल से हम बिना रुके भारत की क्षमता और अर्थव्यवस्था बेहतर करने के लिए काम कर रहे हैं....

‘भारत की ताकत तीन D में है’

प्रधानमंत्री मोदी ने दुनियाभर के इनवेस्टर्स के सामने भारत की ताकत की बात की। मोदी ने कहा कि भारत के पास तीन डी की ताकत है- डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डिमांड। उन्होंने कहा, ‘भारत की ताकत तीन D में है-डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डिमांड... हम वाइब्रेंट युवा देश हैं। भारत के अनुशासित और समर्पित युवा दुनिया में सबसे बेहतर हैं। हम इंग्लिश बोलने वाले दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश हैं। हमारे युवा सिर्फ नौकरी के लिए कोशिश नहीं करते बल्कि वो जोखिम  लेने लगे हैं और व्यवसायी बनना चाहते हैं। डिमांड की बात करें तो हमारा मिडिल क्लास बहुत बड़ा मार्केट बन चुका है।’   

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