नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद मरीजों और उनके रिश्तेदारों को हो रही ढेरों परेशानियों के बीच डाक विभाग के अधिकारियों ने पुराने बड़े नोटों को नये नोटों में बदलवाने में उनकी मदद करने के लिए शहर के अस्पतालों में जाना शुरू कर दिया है। अस्पतालों में डाक अधिकारियों द्वारा अबतक करीब 25 लाख रुपये बदले गए हैं।
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मुख्य महाडाकपाल (दिल्ली सर्किल) एन एम शर्मा ने कहा, डाक टीमें मरीजों और उनके रिश्तेदारों को उनकी जरूरतों के मुताबिक खुले नोट देने के लिए अस्पतालों के वार्डों में जा रही हैं। उनमें से कई भीड़भाड़ के चलते बैंकों एवं एटीएमों से नकद हासिल नहीं कर पाए हैं।
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उन्होंने बताया कि अस्पतालों का चक्कर लगाने के लिए कई टीमें बनायी गयी हैं। ये टीमें राममनोहर लोहिया (आरएमएल), लेडी हार्डिंग, सफदरजंग, गुरू तेग बहादुर, आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल, दीनदयाल उपाध्याय अस्तपाल और नगर पालिका अस्पताल आदि अस्पतालों में जा रही हैं।
डाक सेवाएं निदेशक (संचालन एवं मुख्यालय दिल्ली सर्किल) अभिषेक सिंह के अनुसार डाक कर्मचारियों ने अबतक अस्पतालों में 25 लाख रुपये बदले हैं। यह पहल 30 दिसंबर तक जारी रहने की संभावना है। सिंह ने कहा, शुक्रवार से हमने वृद्धाश्रमों में भी जाना एवं वृद्धों के पुराने बड़े नोट बदलना शुरू किया है क्योंकि ये लोग बैंकों एवं डाकघर जाने की स्थिति में नहीं होते हैं।
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