पीएम मोदी 29 दिसंबर को करेंगे डीएफसी ट्रैक का उद्घाटन, ट्रेनों की लेटलतीफी से मिलेगी निजात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 दिसंबर, 2020 (मंगलवार) को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन’ का उद्घाटन करेंगे।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 दिसंबर, 2020 (मंगलवार) को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन’ का उद्घाटन करेंगे। इस आयोजन के दौरान, प्रधानमंत्री प्रयागराज में ईडीएफसी के परिचालन नियंत्रण केन्द्र (ओसीसी) का भी उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी उपस्थित रहेंगे।
ईडीएफसी का 351 किलोमीटर लम्बा न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन उत्तर प्रदेश में स्थित है और इसे 5,750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह सेक्शन स्थानीय उद्योगों जैसे एल्यूमीनियम उद्योग (कानपुर देहात जिले का पुखरायां क्षेत्र), डेयरी क्षेत्र (औरैया जिला), कपड़ा उत्पादन / ब्लॉक प्रिंटिंग (इटावा जिला), कांच के सामान के उद्योग (फिरोजाबाद जिला), पॉटरी (बुलंदशहर जिले के खुर्जा),हींग उत्पादन (हाथरस जिला) और ताले और हार्डवेयर (अलीगढ़ जिला) के लिए नए अवसर खोलेगा। यह सेक्शन मौजूदा कानपुर-दिल्ली मुख्य लाइन से भी भीड़भाड़ कम कर देगा और भारतीय रेलवे को तेज ट्रेनें चलाने में सक्षम करेगा।
प्रयागराज में एक अत्याधुनिक ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) ईडीएफसी के पूरे रूट के लिए कमान सेंटर के रूप में कार्य करेगा। आधुनिक आंतरिक सज्जा, श्रम दक्षता संबंधी डिज़ाइन और सर्वश्रेष्ठ ध्वनि विज्ञान के साथ ओसीसी विश्व स्तर पर अपने प्रकार की सबसे बड़ी संरचनाओं में से एक है। यह भवन गृह की ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग के साथ पर्यावरण अनुकूल है और इसे ’सुगम्य भारत अभियान’ के मानदंडों के अनुसार बनाया गया है।
जानिए ईस्टार्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) के बारे में
ईडीएफसी (1856 मार्ग किमी) लुधियाना (पंजाब) के पास साहनेवाल से शुरू होता है और पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड राज्यों से गुजरकर पश्चिम बंगाल के दनकुनी में समाप्त होता है। इसका निर्माण डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) द्वारा किया जा रहा है, जिसे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण और संचालन के लिए एक विशेष प्रयोजन वाहन के रूप में स्थापित किया गया है। डीएफसीसीआईएल पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (1504 मार्ग किमी) का निर्माण भी कर रहा है जो उत्तर प्रदेश के दादरी को मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट से जोड़ता है और यूपी, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों से गुजरेगा।
ट्रेनों की लेटलतीफी से लोगों को मिलेगी निजात
बता दें कि, भाऊपुर से खुर्जा के बीच ट्रैक शुरू हो चुका है, हालांकि डीएफसीसीआइएल अभी मालगाड़ियों का किराया नहीं ले रही है। साथ ही इससे प्रयागराज मंडल में ट्रेनों की लेटलतीफी से लोगों को जल्द ही निजात मिलेगी। इसके बाद लगभग 60 फीसदी मालगाड़ियों को डीएफसी के रूट पर शिफ्ट करने की तैयारी है। वर्तमान में प्रयागराज मंडल में रोजाना 40 जोड़ी मालगाड़ियां प्रयागराज मंडल से गुजरती हैं। इसके कारण सामान्य ट्रेनों की गति बाधित होती है। ट्रेनों के निर्बाध संचालन के लिए डीएफसी की शुरूआत की गई थी। मालगाड़ियों के शिफ्ट होने से प्रयागराज गाजियाबाद खंड में ट्रेनों के फंसने की स्थिति से निजात मिलेगी।
लंबे समय से चल रही है कवायद
डीएफसी सरकार का बड़ा प्रोजेक्ट है। भारतीय रेल में सर्वाधिक व्यस्त हावड़ा दिल्ली रूट पर मालगाड़ियों को शिफ्ट करने के लिए इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद लंबे रूट की सवारी ट्रेनों का परिचालन आसान होगा।