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Hindi News भारत राष्ट्रीय शादी की पहली रात वर्जिनिटी जांचने की परंपरा के खिलाफ आवाज उठाने वालों की पिटाई

शादी की पहली रात वर्जिनिटी जांचने की परंपरा के खिलाफ आवाज उठाने वालों की पिटाई

दरअसल इस समाज (कंजरभाट) में शादी की पहली रात लड़की की वर्जिनिटी को चेक करने की एक कुप्रथा है। इसके नाम पर इस समुदाय की महिलाओं का लंबे समय से शोषण होता रहा है।

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नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पुणे जिले के पिंपरी इलाके में एक कुप्रथा को लेकर शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। वर्जिनिटी टेस्ट  कुप्रथा के खिलाफ आवाज उठाने वाले ग्रुप के तीन लोगों से मारपीट की खबर है। जिसके बाद दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और 40 लोगों के खिलाफ आफआईआर दर्ज कर दी है। बता दें कि पुणे में कंजरभाट के कुछ युवाओं ने इस कुप्रथा के खिलाफ एक व्हॉट्सएप ग्रुप बनाया है जहां इस कुप्रथा का विरोध किया जा रहा है।

दरअसल इस समाज (कंजरभाट) में शादी की पहली रात लड़की की वर्जिनिटी को चेक करने की एक कुप्रथा है। इसके नाम पर इस समुदाय की महिलाओं का लंबे समय से शोषण होता रहा है। जब इस टेस्ट में महिलाएं फेल हो जाती हैं तो उन्हें कई तरह की सजाएं दी जाती है जैसं कपड़े उतारना, शरीर के अंगों को दागना, खौलते तेल में से सिक्का निकालने के लिए कहना है।

इस समुदाय के कुछ युवाओं ने इस कुप्रथा पर सवाल उठाए हैं। इन युवाओं ने व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए एक ऐसा ग्रुप बनाया है जो इस विषय पर युवाओं में जागरूकता फैलाने के काम में जुटा है। इन युवाओं ने इस प्रथा के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है।

इस ग्रुप के संस्थापक विवेक तमाईचेकर बताते हैं, ''हमने फेसबुक पर तीन तलाक और राइट टू प्राइवेसी जैसे विषयों पर अपने आर्टिकल डाले। हमारे समाज के बौद्धिक लोगों का हमें उस पर पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला। इसके बाद ही हम इस तरह की अत्याचारी परंपरा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एकजुट हुए।

कंजरभट समुदाय के ही यह तीनों पीड़ित वर्जिनिटी टेस्ट के खिलाफ चल रहे 'स्टॉप द वी’ ग्रुप के सदस्य हैं। ये तीनों एक शादी में जिले के पिंपरी इंडस्ट्रियल टाउन में गए हुए थे। यहां इन्हीं के समुदाय के लगभग 40 लोगों ने इनकी बुरी तरह पिटाई कर दी। पीड़ितों ने बताया कि शादी समारोह के बाद समुदाय ने पंचायत रखी थी, जिसका उन्होंने बहिष्कार किया था क्योंकि वे इसे गलत मानते हैं।

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