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Hindi News भारत राष्ट्रीय पाकिस्तान में कैसे 'गायब' हुआ पंजाब का अमरजीत?

पाकिस्तान में कैसे 'गायब' हुआ पंजाब का अमरजीत?

दरअसल 21 अप्रैल को सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान से हिंदुस्तान लौटा था लेकिन इन तीर्थयात्रियों में 25 साल का अमरजीत सिंह शामिल नहीं था। सवाल था कि जब अमरजीत अमृतसर से पाकिस्तान गया तो लौटा क्यों नहीं। आशंका यहां तक जताई जा रही थी कि कहीं पाकिस्तान में अमरजीत का अपहरण तो नहीं हो गया लेकिन अब जो कहानी सामने आई है वो चौंकाने वाली है।

Sikh pilgrim who went missing in Pakistan found from Sheikhupura- India TV Hindi पाकिस्तान में कैसे 'गायब' हुआ पंजाब का अमरजीत?  

नई दिल्ली: अमरजीत सिंह जो सिख श्रद्धालुओं के साथ पाकिस्तान गया था लेकिन वापस नहीं लौटा था। जिस अमरजीत के वतन ना लौटने की ख़बरों से पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां सवालों के घेरे में थीं अब उस अमरजीत सिंह का पता चल चुका है। बेटे की सलामती के लिए मां की दुआ कबूल हो गई है। परिवार के हर सदस्य के लिए मौका खुशी का है क्योंकि सिख तीर्थयात्रियों के साथ 12 अप्रैल को पाकिस्तान के ननकाना साहिब दर्शन करने के लिए गया अमरजीत आज घर वापस आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक़ आज सुबह क़रीब 10 बजे उसे वाघा से हिंदुस्तान डिपोर्ट किया जाएगा और उसके कुछ ही घंटों के बाद वो पंजाब के निरंजनपुर गांव में अपने परिवार के पास पहुंच जाएगा।

दरअसल 21 अप्रैल को सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान से हिंदुस्तान लौटा था लेकिन इन तीर्थयात्रियों में 25 साल का अमरजीत सिंह शामिल नहीं था। सवाल था कि जब अमरजीत अमृतसर से पाकिस्तान गया तो लौटा क्यों नहीं। आशंका यहां तक जताई जा रही थी कि कहीं पाकिस्तान में अमरजीत का अपहरण तो नहीं हो गया लेकिन अब जो कहानी सामने आई है वो चौंकाने वाली है। जिस अमरजीत के साथ पाकिस्तान में किसी अनहोनी की आशंका जताई जा रही थी वो मिला है पाकिस्तान के शेखपुरा से।

अमरजीत सिंह ननकाना साहिब से अपने दोस्त आमिर रज्जाक के घर चला गया था जो पाकिस्तान के शेखपुरा में रहता है और जिससे उसकी दोस्ती सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर हुई थी। ख़बरों के मुताबिक़ अपने दोस्त आमिर रज्जाक से मिलने उसके घर पहुंचे अमरजीत ने उसे बताया था कि उसके पास 3 महीने का वीज़ा है और वो उसी के पास कुछ दिन रुकने वाला है जबकि इंडिया टीवी के पास अमरजीत सिंह से जुड़े जो दस्तावेज़ मौजूद हैं उनमें साफ लिखा है कि अमरजीत को जारी हुआ वीज़ा 12 अप्रैल से 21 अप्रैल तक यानी सिर्फ़ 10 दिनों का ही था।

इधर अमरजीत के पाकिस्तान में लापता होने की ख़बर से भारत की सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए। इसका पता तब चला जब पाकिस्तान से लौटने वाले श्रद्धालुओं ने लोकल अथॉरिटी से अपना-अपना पासपोर्ट लिया लेकिन अमरजीत पासपोर्ट लेने नहीं पहुंचा। अमरजीत की मिसिंग रिपोर्ट्स से पाकिस्तान सरकार भी सकते में आ गई। उसने ना सिर्फ़ अमरजीत के लापता होने की पुष्टि की बल्कि जल्द उसे ढूंढने का भरोसा भी दिया।

इस बीच अमृतसर में अमरजीत के माता-पिता को अपने बेटे की चिंता अंदर ही अंदर सताए जा रही थी लेकिन तभी शेखपुरा में रहने वाले अमरजीत के दोस्त आमिर ने उसके लापता होने की ख़बर मीडिया पर देखी तो वो चौंक गया। उसने फौरन गुरुद्वारा कमेटी से संपर्क किया जिसके बाद शेखपुरा से अमरजीत सिंह को बरामद कर लिया गया। अब आज पाकिस्तान से अमरजीत को वाघा के रास्ते हिंदुस्तान भेजा जा रहा है।

अमरजीत से पहले पंजाब की किरणबाला के मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था जो अमरजीत की तरह ही सिख श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ 12 अप्रैल को पाकिस्तान गई लेकिन वहां पहले उसने इस्लाम कुबूल किया और फिर पाकिस्तानी शख़्स मोहम्मद आजम से निकाह कर अमीना बीबी बन गई। हैरानी की बात ये थी कि पंजाब के होशियारपुर की रहने वाली किरणबाला के 3 मासूम बच्चे मां से लौटने की गुहार लगाते रहे लेकिन इसका भी असर उस पर नहीं हुआ। इन सबके बावजूद किरण बाला ने ना सिर्फ़ बच्चों को अपना मानने से इनकार कर दिया बल्कि उसके बाद वो भारत भी नहीं लौटी लेकिन आज अमरजीत सिंह आ रहा है।

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