तिरूवनंतपुरम: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि वह 2011-12 के दौरान हिंदू आतंकवाद की धारणा पैदा कर देश में आपातकाल घोषित करना चाहती थीं। आपातकाल की 41 वीं बरसी पर पर यहां एक बैठक का उद्घाटन करते हुए स्वामी ने कहा कि जनता सरकार द्वारा पारित महत्वपूर्ण संविधान संशोधन के चलते देश में आपातकाल नहीं घोषित किया जा सकता।
जनता सरकार आपातकाल वापस ले लिए जाने के बाद सत्ता में आई थी। उन्होंने आरोप लगाया, 2011-12 में सोनिया गांधी देश में आपातकाल की घोषणा करने की योजना बना रही थीं और उन्होंने इस हिंदू आतंकवाद की धारणा पैदा की थी। स्वामी ने कहा कि वह शीघ्र ही इस संबंध में और विवरण जारी करेंगे।
क्या था आपातकाल:
26 जून 1975 एक ऐसा दिन था जिसने लोकतांत्रित भारत के इतिहास में एक काला अध्याय जोड़ दिया। तात्कालीन राष्ट्रपति फख़रूद्दीन अली अहमद ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352 के तहत पूरे देश में आपातकाल लागू कर दिया था। आपातकाल की यह अवधि 21 मार्च 1977 तक रही। भारतीय इतिहास के सबसे अलोकतांत्रिक काल के रूप में याद किए जाने वाले इस दौर ने देश को काफी कुछ दिखा दिया। प्रेस पर प्रतिबंध लगा दिए गए, इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर नसबंदी कार्यक्रम चलवाए। तमाम बड़े नेताओं और राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया गया।
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