A
Hindi News भारत राष्ट्रीय दिल्ली पुलिस ने दबोचे दो ठग, फर्जी शॉपिंग पोर्टल के जरिए 500 से ज्यादा लोगों को बना चुके थे शिकार

दिल्ली पुलिस ने दबोचे दो ठग, फर्जी शॉपिंग पोर्टल के जरिए 500 से ज्यादा लोगों को बना चुके थे शिकार

फर्जी शॉपिंग पोर्टल के जरिए 500 से ज्यादा लोगों से करीब 80 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो लोगों को तुगलकाबाद एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रविवार को बताया कि लोगों को ठगने के लिए पोर्टल का मालिक आरोपी ललित प्रसाद (25) अपने मैनेजर प्रदीप कुमार (25) के साथ फर्जी शॉपिंग पोर्टल चला रहा था। 

delhi police- India TV Hindi Image Source : INDIA TV फर्जी शॉपिंग पोर्टल के जरिए 500 से ज्यादा लोगों को ठगने वाले दो गिरफ्तार

नई दिल्ली। फर्जी शॉपिंग पोर्टल के जरिए 500 से ज्यादा लोगों से करीब 80 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो लोगों को तुगलकाबाद एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रविवार को बताया कि लोगों को ठगने के लिए पोर्टल का मालिक आरोपी ललित प्रसाद (25) अपने मैनेजर प्रदीप कुमार (25) के साथ फर्जी शॉपिंग पोर्टल चला रहा था। इन दोनों ने पांच सौ से ज्यादा लोगों से करीब 75-80 लाख रूपये की ठगी की। दिल्ली पुलिस ने इनके पास से 13 सीपीयू, 01 लैपटॉप और एक प्रिंटर बरामद किया गया है।

ऐसे हुआ भंडाफोड़

दरसल दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट को एक शिकायत मिली थी कि ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट कार्ट4ऑल डॉट कॉम पर मुफ्त गिफ्ट देने के बहाने सैकड़ों लोगों को ठगा जा रहा है।  शिकायत के अनुसार पीड़ित को किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जिसने दावा किया था कि पीड़ित ने एक मुफ्त उपहार जीता था जो कि एक एलईडी टीवी या आईफोन 7 या लैपटॉप हो सकता है। लेकिन फ्री गिफ्ट लेने के लिए ग्राहकों को इस शॉपिंग पोर्टल से करीब 550 रुपये का कुछ समान खरीदना होगा।

पीड़ित ने इस पोर्टल  650 रुपये की एक बेड शीट खरीदी और गिफ्ट के तोर पर लेपटॉप चुना। लेकिन अगले ही दिन कंपनी की तरफ से जीएसटी के तोर पर 12,600 रुपये मांगे जिसे पीड़ित ने जमा कर दिए। फिर कंपनी ने शिपिंग के नाम पर 27000 रुपये की मांग की जिसे पीड़ित ने जमा कर दिया लेकिन कुछ दिनों बाद जब कंपनी ने बताया की लेपटॉप किसी कारण से डिलीवर नही हो पा रहा और कंपनी आपके पैसे वापिस देना चाहती है जिसके लिए ग्राहक को 5000 रुपये जमा करने होंगे। पीड़ित ने 5000 रुपये भी जमा कर दिए लेकिन कुछ दिन तक जब पैसे वापिस नही आये तब जाकर पीड़ित ने दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल को शिकायत दी।

दिल्ली पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि सभी कॉल दिल्ली के तुगलकाबाद एक्सटेंशन से की जा रही है। दिल्ली पुलिस की टीम ने जब तुगलकाबाद एक्सटेंशन में रेड डाली तो पता चला कि एक कॉल सेंटर चलाया जा रहा जिससे लोगों को कॉल कर ठगा जा रहा है। पुलिस के मुताबिक ललित 8 साल तक काल सेंटर में काम कर चुका है जल्दी पैसे कमाने के लिए ललित ने प्रदीप के साथ प्लान बनाया और वेबसाइट बना कर आम जनता को ठगना शुरू कर दिया।

Latest India News