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Hindi News भारत राष्ट्रीय उत्तराखंड के एक गांव में फूटा 'कोरोना बम', एक साथ 32 मरीज मिले

उत्तराखंड के एक गांव में फूटा 'कोरोना बम', एक साथ 32 मरीज मिले

कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में अब उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र भी आ गए हैं जहां पौड़ी जिले के एक गांव में मंगलवार को 32 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।

उत्तराखंड के एक गांव में फूटा 'कोरोना बम', एक साथ 32 मरीज मिले- India TV Hindi Image Source : PTI उत्तराखंड के एक गांव में फूटा 'कोरोना बम', एक साथ 32 मरीज मिले

कोटद्वार: कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में अब उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र भी आ गए हैं जहां पौड़ी जिले के एक गांव में मंगलवार को 32 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। मामले आने के बाद तहसील चौबट्टाखाल के मझगाँव को माइक्रो कंटेन्मेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया है। चौबट्टाखाल के प्रभारी उपजिलाधिकारी संदीप कुमार ने बताया ने बताया कि ग्रामीणों में बुखार की शिकायत पर उनका 11 मई को रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया गया था और 97 लोगों में से 32 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। 

उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को फिलहाल घर में ही पृथक-वास में रखा गया है और उन्हें दवाइयां दी गयी हैं। अधिकारी ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति की तबियत खराब होती है तो उसे सतपुली स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाएगा। गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि दो मई को गाँव में एक शादी समारोह हुआ था जिसके बाद ग्रामीणों में बुखार और खाँसी की शिकायत हुई। बुखार के मामले लगातार बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया गया।

उत्तराखंड में 4785 नए केस मिले, 79 मौतें

उत्तराखंड में मंगलवार को कोविड-19 के 4,785 नए मामले आए जबकि संक्रमण से 79 मरीजों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, नये मामलों को मिलाकर अब तक प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 2,95,790 हो चुकी है।

नये मामलों में सर्वाधिक 1,226 मरीज देहरादून जिले में मिले जबकि हरिद्वार में 555, पौडी में 509, नैनीताल में 442, उधमसिंह नगर में 372 और टिहरी में 348 मामले सामने आए।

इसके अलावा, पिछले 24 घंटों में हुई मौतों को मिलाकर प्रदेश में अब तक कुल 5,132 कोरोना संक्रमित अपनी जान गंवा चुके हैं। प्रदेश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 76,232 हैं जबकि 2,09,196 मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं।

ऋषिकेश के एम्स में ब्लैक फंगस के नौ संदिग्ध केस मिले

एम्स ऋषिकेश ने ब्लैक फंगस संक्रमण पर नीतिगत बदलाव करते हुए मंगलवार से इस बीमारी के पुष्ट मामलों के अतिरिक्त संदिग्ध मरीजों को भी अस्पताल में भर्ती करना शुरू कर दिया है ताकि उनका उपचार शुरू होने में देरी न हो। एम्स ऋषिकेश के निदेशक रविकांत ने बताया कि पिछले 24 घंटे में संस्थान में म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस के नौ संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है।

उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस संक्रमण के संदिग्ध मरीजों को भी भर्ती करने का निर्णय लिया गया है क्योंकि इस रोग के संक्रमण के इलाज में देरी प्राणघातक हो सकती है। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस से मृत्यु का पहला मामला हाल में एम्स ऋषिकेश में सामने आया जब देहरादून से रेफर होकर वहां भर्ती हुए एक 36 वर्षीय युवक ने इस संक्रमण से दम तोड़ दिया था।

ब्लैक फंगस संक्रमण की पुष्टि के बाद 19 मरीज अभी संस्थान में भर्ती हैं जबकि मंगलवार को भर्ती संदिग्ध मरीजों को मिलाकर इनकी संख्या 28 हो गयी है। प्रदेश भर में ब्लैक फंगस के 23 पुष्ट मामले दर्ज हुए हैं।

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