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Hindi News भारत राष्ट्रीय झारखंड में सामने आए कोरोना के 1 हजार 57 नए मामले, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुलाई बैठक

झारखंड में सामने आए कोरोना के 1 हजार 57 नए मामले, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुलाई बैठक

झारखंड में कोरोना के 1 हजार 57 नए मामले सामने आए हैं। इसमें से रांची में 413 कोरोना के मामलों की पुष्टि हुई है। 

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन- India TV Hindi Image Source : PTI झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

Highlights

  • झारखंड में सामने आए 1 हजार 57 नए मामले
  • राजधानी रांची में 413 नए मामलों की पुष्टि हुई है
  • 1 जनवरी को सामने आए थे 1 हजार 7 कोरोना के मामले

झारखंड में रविवार को कोविड-19 के 1057 मामले सामने आए। राज्य में नव वर्ष के लगातार दूसरे दिन एक हजार से अधिक यानी 1057 कोविड संक्रमित मिले जिनमें अकेले राज्य की राजधानी रांची के ही 413 संक्रमित हैं। जनवरी की पहली तारीख को कुल 1007 एवं 31 दिसंबर को रांची के 327 मामलों को मिलाकर कुल 753 कोरोना संक्रमित लोग मिले थे। 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सोमवार को राज्य में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की जाएगी जिसमें प्रतिबंधों के संबंध में आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे। झारखंड सरकार द्वारा आज रात्रि जारी कोविड संक्रमण के आंकड़ों में बताया गया है कि राज्य में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर ने एकाएक जोर पकड़ लिया है और सिर्फ 24 चौबीस घंटों में ही राज्य में एक बार फिर कुल 1057 नए लोग कोरोना संक्रमित पाए गए जिनमें 413 लोग रांची में ही संक्रमित पाए गए। 

इससे पूर्व शनिवार को रांची में 495 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। सरकार के अनुसार, इनके अलावा आज जमशेदपुर में 179, धनबाद में 110, बोकारो में 93, पश्चिमी सिंहभूम में 84 एवं कोडरमा में 42 लोग कोविड संक्रमण से पीड़ित पाए गए। झारखंड में 22 दिसंबर को एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने जोर पकड़ा जब यकायक 51 नए मामले सामने आए थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार राज्य में 15 से 18 वर्ष के बालकों का भी टीकाकरण के लिए पंजीकरण शनिवार से प्रारंभ हो गया और उन्हें 3 जनवरी से टीका लगाने की तैयारी कर ली गई है।

बता दें, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार स‍िंह ने आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल को पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने कोरोना के बढ़ते खतरे का जिक्र किया था। इस पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने विभिन्‍न पाबंदियों को अनिवार्य बताया था। उन्होंने 15 जनवरी तक शाम छह बजे से नाइट कर्फ्यू लगाने की सिफारिश की थी। साथ ही अगले फैसले तक स्कूल, कॉलेज, कोच‍िंग संस्थान, रेस्टोरेंट आदि बंद करने का सुझाव दिया था।

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