A
Hindi News भारत राष्ट्रीय 1971 में पाकिस्तान पर महाविजय के 50 साल पूरे, PM मोदी ने वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी

1971 में पाकिस्तान पर महाविजय के 50 साल पूरे, PM मोदी ने वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी

आज ही के दिन 50 साल पहले पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने घुटने टेक दिए थे। इस विजय की याद में पूरे देश में स्वर्णिम विजय मशाल निकाली जा रही है। आज ये मशाल नेशनल वॉर मेमोरियल पर पहुंची जहां पीएम मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

pm modi- India TV Hindi Image Source : PTI PM मोदी ने वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी

Highlights

  • प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वर्णिम विजय मशाल का स्वागत
  • पूरे देश में घूमकर दिल्ली पहुंची हैं 4 मशाल

नई दिल्ली: आज पाकिस्तान पर हिंदुस्तान की महाविजय के 50 साल पूरे हो गए है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल पर 1971 की जंग के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। आज ही के दिन 50 साल पहले पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने घुटने टेक दिए थे। इस विजय की याद में पूरे देश में स्वर्णिम विजय मशाल निकाली जा रही है। आज ये मशाल नेशनल वॉर मेमोरियल पर पहुंचेगी जहां पीएम मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। पिछले साल यहीं से चार मशालें देश के अलग अगल हिस्सों में रवाना की गई थीं। आज देश के चारों कोनों से ये मशाल नेशनल वॉर मेमोरियल पर पहुंची जहां पीएम मोदी ने इसे मुख्य मशाल के साथ जोड़ा।

PM मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, ''मैं 50वें विजय दिवस पर मैं मुक्तियोद्धाओं, वीरांगनाओं और भारतीय सशस्त्र बलों के वीरता और बलिदान को याद करता हूं। हमने साथ मिलकर दमनकारी ताकतों से लड़ाई लड़ी और उन्हें हराया।'' राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश में विजय दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम के मौके पर ढाका पहुंचे हैं। वह 3 दिन के बांग्लादेश दौरे पर हैं।

1971 के शौर्य को सलाम  

  • पीएम मोदी ने पिछले साल विजय ज्योति जलाई थी
  • 4 मशालों को चारों दिशाओं में रवाना किया गया
  • 1971 की रणभूमि से लेकर वॉर हीरो के घर गई मशाल
  • सियाचिन से कन्याकुमारी और अंडमान भी गई मशाल
  • लोंगेवाल, कच्छ के रण और अगरतला तक गई मशाल
  • वॉर मेमोरियल की अनंत ज्योति में चारों मशाल का विलय

16 दिसंबर 1971 को भारत ने बांग्लादेश को आजादी दिलाई थी। पहले यह देश पाकिस्तान का हिस्सा था और इसे पूर्वी पाकिस्तान के नान से जाना जाता था। पाकिस्तानी सेना पर भारत की जीत और बांग्लादेश के गठन की वजह से हर साल 16 दिसंबर को भारत और बांग्लादेश में विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

Latest India News