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Hindi News भारत राष्ट्रीय Bengaluru rains: बेंगलुरु में टूटा बारिश का 90 साल का रिकॉर्ड, अगले दो दिन भारी बारिश का अलर्ट

Bengaluru rains: बेंगलुरु में टूटा बारिश का 90 साल का रिकॉर्ड, अगले दो दिन भारी बारिश का अलर्ट

Bengaluru rains: आलीशान घर, लग्जरी गाड़ियां, सब की सब डूब चुकी हैं ऐसी स्थिति में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है जबकि कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम का निर्देश दिया है।

Bengaluru rains- India TV Hindi Image Source : PTI Bengaluru rains

Highlights

  • भारी बारिश की वजह से बेंगलुरु के कई इलाके जलमग्न
  • कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम का निर्देश दिया
  • भारी बारिश और जलजमाव के चलते स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई

Bengaluru rains: बेंगलुरु में बारिश कहर बरपा रही है। यहां बारिश का 90 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। आसमानी आफत में यहां अबतक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया है। भारी बारिश की वजह से बेंगलुरु के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। आलीशान घर, लग्जरी गाड़ियां, सब की सब डूब चुकी हैं ऐसी स्थिति में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है जबकि कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) का निर्देश दिया है। 

जनजीवन अस्तव्यस्त

बेंगलुरु में भारी बारिश की वजह से आम जनजीवन पटरी से उतर गया । देश की आईटी राजधानी के नाम से प्रसिद्ध शहर में मंगलवार को जगह-जगह दो पहिया वाहन चालकों को पानी से भरी सड़कों पर अपने वाहनों को धकेलते और पैदल यात्रियों को घुटनों तक पानी से गुजरते देखा गया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शहर में पानी भरने के लिए भारी बारिश और पिछली कांग्रेस सरकारों के कुप्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने हर मुश्किल का सामना करते हुए शहर में बारिश से उपजी समस्याओं को दूर करने की चुनौती स्वीकार की है और यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि भविष्य में फिर ऐसी दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

90 साल में ऐसी बारिश नहीं हुई

बोम्मई ने कहा, 'कर्नाटक, विशेष रूप से बेंगलुरु में पिछले 90 साल में ऐसी अप्रत्याशित बारिश नहीं हुई थी। सभी जलाशय भर गए हैं और उनमें क्षमता से अधिक पानी है। लगातार बारिश हो रही है, हर दिन वर्षा हो रही है।' उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि ऐसी छवि बनाई जा रही है कि पूरे शहर में समस्या व्याप्त है, जबकि ऐसा नहीं है। बोम्मई ने कहा, 'वस्तुतः दो जोन में समस्या है, विशेष रूप से महादेवपुरा में क्योंकि उस छोटे से क्षेत्र में 69तलाब हैं और सभी भर गए हैं। दूसरा, सभी प्रतिष्ठान निचले इलाकों में हैं और अतिक्रमण हुआ है।’उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इसे चुनौती के रूप में लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी, इंजीनियर और एसडीआरएफ के कर्मी 24 घंटे काम कर रहे हैं। 

हर तरफ पानी, झील सा नजारा

रविवार से हो रही भारी बारिश लोगों के लिए समस्या बनी हुई है और सड़क, गलियों और पॉश इलाकों में जलजमाव की स्थिति है। महंगी कारें और वाहन पानी में डूबे हैं और यहां तक कि आलीशान कोठियों के सामने भी यही मंजर दिखाई दे रहा है।  बारिश और जलजमाव की वजह से कई स्कूलों ने छुट्टी घोषित कर दी है और कुछ दिनों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की है, जबकि कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से ही काम करने की सलाह दी है। आउटर रिंग रोड और सरजापुर रोड के ज्यादातर इलाके, जहां आईटी कंपनियों के कार्यालय हैं, वहां झील सा नजारा है और वहां यातायात प्रभावित हुआ है। लोगों को उनके गंतव्यों तक पहुंचने के लिए ट्रैक्टर का सहारा लेते हुए देखा गया। 

इनपुट-भाषा

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