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Hindi News भारत राष्ट्रीय कोरोना को लेकर अलर्ट मोड में राज्य सरकारें , किस सूबे में क्या-क्या सख्ती ? जानें यहां

कोरोना को लेकर अलर्ट मोड में राज्य सरकारें , किस सूबे में क्या-क्या सख्ती ? जानें यहां

गुरुवार को 8 राज्य सरकारों ने कोरोना को लेकर बैठक की और अपने-अपने राज्य में स्वास्थ्य से संबंधित व्यवस्था की समीक्षा की। साथ ही केंद्र की गाइडलाइन पर एक्शन को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई।

कोरोना वायरस- India TV Hindi Image Source : पीटीआई/फाइल कोरोना वायरस

नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते खतरों को लेकर पीएम मोदी की मीटिंग के बाद राज्य भी अलर्ट मोड में आ गए। केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने भी कोरोना को लेकर इमरजेंसी मीटिंग की। कोविड को लेकर तैयारियों की समीक्षा के साथ ही अपने-अपने स्तर से गाइडलाइंस जारी कर दी है। सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह दी गई है इसके साथ ही केंद्र की गाइडलाइंस के मुताबिक बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच के साथ ही सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का फैसला लिया गया है। आइये एक नजर डालते हैं कोरोना के खतरे से निपटने के लिए किसा राज्य में क्या तैयारी है

दिल्ली

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोविड की तैयारियों को लेकर आपात बैठक की। इस बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के लिए 8 हज़ार बेड तैयार हैं लेकिन, अस्पतालों को 36 हजार बेड तैयार रखने को कहा गया है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 928 टन ऑक्सीजन स्टोर करने की क्षमता है। उन्होनें सभी लोगों से वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज़ लेने की भी अपील की। केजरीवाल ने कहा कि तैयारी पूरी है, इसलिए किसी को घबराने की ज़रूरत नहीं है।

यूपी

उधर यूपी के CM योगी आदित्य नाथ ने भी कोरोना को लेकर मीटिंग की जिसके बाद कोरोना से निपटने के लिए कई निर्देश जारी किए गए।संदिग्ध मरीजों को आइसोलेट करने, कोविड पॉजिटिव की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने, कोरोना काल के उपकरणों को एक्टिव करने, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की एडवाइजरी जारी की गई है। यूपी के सभी पुलिसकर्मियों को भी मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने को कहा गया है।

बिहार

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 के मामले बढ़ने पर हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। तेजस्वी ने स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों और मेडिकल कॉलेजों के निदेशकों के साथ मिलकर राज्य में कोविड स्थिति की समीक्षा की और उनसे कहा कि यदि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट का संक्रमण फैलता है, तो वह उससे निपटने के लिए कमर कस लें। तेजस्वी ने कहा कि अस्पताल पूरी तरह से तैयार हैं और जांच एवं वैक्सीनेशन का काम जोरों पर चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों को कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए सुरक्षा उपाय भी करने चाहिए। 

गुजरात

अहमदाबाद में गुजरात सरकार ने कैबिनेट की बैठक में कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा की। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि राज्य में कोविड की स्थिति नियंत्रण में है और ओमीक्रोन के उपप्रकार ‘बीएफ.7’ से संक्रमित कोई मरीज़ इलाजरत नहीं है। कैबिनेट की बैठक के बाद उन्होंने कहा कि वायरस के इस सब वैरिएंट से तीन लोग संक्रमित पाए गए थे, जो घर में पृथकवास में ठीक हो गए हैं। गुजरात सरकार की एक विज्ञप्ति के मुताबिक, कैबिनेट बैठक के बाद विभिन्न जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों की अलग से समीक्षा बैठक भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बुलाई गई और उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने बताया कि भावनगर और राजकोट में विदेश से लौटे दो लोग कोविड से संक्रमित पाए गए हैं और उनके नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए गांधीनगर भेजा गया है।

तमिलनाडु

चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यहां अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचने वाले सभी यात्रियों की कोविड की जांच करें और संक्रमित पाए जाने पर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार उनका इलाज करें। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे चीन में ‘ओमीक्रोन’ के प्रकोप की वजह से घबराए नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु सरकार लोगों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने सचिवालय में मंत्रियों और अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए निरंतर निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा अधिकारियों से संक्रमित मरीज़ों के सैंपल्स का जीनोम सिक्वेंसिंग कराने और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर श्वसन संक्रमण से पीड़ित मरीजों की भी कोविड जांच करने को कहा। 

केरल

वहीं केरल सरकार ने और अधिक सैपल्स का जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का फैसला किया है, ताकि कोविड के प्रकार का पता चल सके। तिरुवनंतपुरम में केरल सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा कि इस बाबत निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बयान में कहा गया है कि अस्पताल में सांस की बीमारी और तेज़ बुखार, गले में दर्द व सांस लेने में परेशानी की वजह से भर्ती मरीज़ों की कोविड की जांच करने को कहा गया है। वहीं केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य ने कोविड की रोकथाम के लिए प्रयास तेज़ कर दिए हैं। 

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की थर्मल जांच होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में हुई समीक्षा बैठक के बाद नागपुर में विधानसभा में बताया कि राज्य में बीएफ.7 का कोई मामला नहीं है और सभी जिला तथा शहरी एजेंसियों को वायरस के नए सब वैरिएंट के बारे में जागरुक किया जा रहा है और उन्हें सतर्क रहने के लिए कहा गया है। वहीं फडणवीस ने कहा कि हर जिले में नोडल अधिकारी स्थिति पर निगाह रखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, राज्य में सैप्लस का जीनोम अनुक्रमण किया जा रहा है।

कर्नाटक

कर्नाटक सरकार ने राज्य में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और सांस की गंभीर बीमारियों (एसएआरआई) से पीड़ित मरीज़ों का अनिवार्य परीक्षण कराने का फैसला किया। मुख्यमंत्री बसवसराज बोम्मई की अध्यक्षता में कोविड-19 के विषय पर हुई एक बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने कहा कि सरकार ने बंद जगहों और वातानुकूलित कमरों में मास्क लगाना अनिवार्य करने का भी फैसला किया। 

उत्तराखंड

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग को कोरोना वायरस महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए कोविड-19 रोधी टीकों के लाभार्थियों को बूस्टर खुराक लगाने के लिए अभियान चलाने को कहा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि यदि नये मामले सामने आते हैं तो नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जाए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कोविड नियंत्रण कक्षों को सक्रिय किया जाए। 

इनपुट-एजेंसी

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