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Hindi News भारत राष्ट्रीय देश की राजधानी दिल्ली को नहीं मिल रही प्रदूषण से राहत, AQI ‘बेहद खराब श्रेणी’ में बरकरार

देश की राजधानी दिल्ली को नहीं मिल रही प्रदूषण से राहत, AQI ‘बेहद खराब श्रेणी’ में बरकरार

मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि शुक्रवार यानि आज हवा की गति बढ़ेगी। इसके साथ ही मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में पारा और कुछ डिग्री गिरने का अनुमान है।

<p>देश की राजधानी...- India TV Hindi Image Source : PTI देश की राजधानी दिल्ली को नहीं मिल रही प्रदूषण से राहत

Highlights

  • लोग प्रदूषित हवा में सासं लेने को मजबूर हैं
  • मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में कोहरा छाया रहेगा
  • रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में पारा और कुछ डिग्री गिरने का अनुमान है

नई दिल्लीः शुक्रवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 339 यानि के बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। यह जानकारी वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) द्वारा दी गई। लोग प्रदूषित हवा में सासं लेने को मजबूर हैं।

 मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि शुक्रवार यानि आज हवा की गति बढ़ेगी। इसके साथ ही मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में पारा और कुछ डिग्री गिरने का अनुमान है। वहीं आज अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान नौ डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है। 

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बृहस्पतिवार को भी वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही। दिल्ली में शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 368 दर्ज किया गया, जबकि बुधवार को यह 363 था। 

AQI नापने का पैमाना-

शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है।

सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद-
उत्तर भारत में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर है और इसका पीएम 2.5 का वार्षिक औसत स्तर दिल्ली से भी खराब स्थिति में है। उत्तर भारत के 56 शहरों में 137 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन (सीएएक्यूएमएस) के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आयी है। एक जनवरी 2019 से 30 नवंबर 2021 तक इन सीएएक्यूएमएस से प्राप्त पीएम 2. 5 के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाले सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) ने कहा कि शुरुआती सर्दियों में धुंध के चलते स्वच्छ छोटे शहरों में पीएम 2.5 का स्तर दिल्ली में दर्ज संकेंद्रण से अधिक हो सकता है। इसके मुताबिक, प्रदूषित के उच्च स्तर वाले सप्ताह के दौरान गाजियाबाद में औसत पीएम 2.5 स्तर 360 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जबकि वार्षिक औसत स्तर 110 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा जो कि उत्तर भारत में सबसे अधिक था। वहीं, दिल्ली का वार्षिक औसत पीएम 2.5 स्तर 97 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और साप्ताहिक स्तर 270 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। इसी तरह मुरादाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम का वार्षिक औसत पीएम 2.5 स्तर क्रमशः 96, 92, 89 और 88 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया।

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