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Hindi News भारत राष्ट्रीय 'बदलते हुए भारत का एक महत्वपूर्ण पक्ष डिजिटल एग्रीकल्चर है', पीएम मोदी ICRISAT के स्वर्ण जयंती समारोह में बोले

'बदलते हुए भारत का एक महत्वपूर्ण पक्ष डिजिटल एग्रीकल्चर है', पीएम मोदी ICRISAT के स्वर्ण जयंती समारोह में बोले

पीएम मोदी ने कहा कि, आज भारत में हम FPOs और एग्रीकल्चर वैल्यू चेन के निर्माण पर भी बहुत फोकस कर रहे हैं। देश के छोटे किसानों को हज़ारों FPOs में संगठित करके हम उन्हें एक जागरूक और बड़ी मार्केट फोर्स बनाना चाहते हैं।

PM Narendra Modi at the Golden Jubilee celebrations of ICRISAT- India TV Hindi Image Source : ANI PM Narendra Modi at the Golden Jubilee celebrations of ICRISAT

Highlights

  • हम food security के साथ-साथ nutrition security पर फोकस कर रहे हैं- पीएम मोदी
  • पीएम मोदी ने ICRISAT के स्वर्ण जयंती समारोह में स्मारक डाक टिकट लॉन्च की
  • भारत में 15 Agro-Climatic Zones हैं- पीएम मोदी

PM Narendra Modi on Golden Jubilee celebrations of ICRISAT: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने 2070 तक नेट ज़ीरो का टारगेट तो रखा ही है, हमने LIFE- Lifestyle for Environment की ज़रूरत को भी हाईलाइट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में 80-85 प्रतिशत किसान छोटे किसान हैं। इन छोटे किसानों के लिए जलवायु परिवर्तन बहुत बड़ा संकट बन जाता है। 

पीएम मोदी ने कहा कि आपके पास 5 दशकों का अनुभव है। इन 5 दशकों में आपने भारत सहित दुनिया के एक बड़े हिस्से में कृषि क्षेत्र की मदद की है। आपकी रिसर्च, आपकी टेक्नॉलॉजी ने मुश्किल परिस्थितियों में खेती को आसान और सस्टेनेबल बनाया है। भारत ने climate challenge से निपटने के लिए दुनिया से इस पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया है। 

पीएम मोदी ने आगे कहा कि, Pro planet people एक ऐसा मूवमेंट है जो क्लाइमेट चैलेंज से निपटने के लिए हर community को, हर Individual को climate responsibility से जोड़ता है। ये सिर्फ बातों तक सीमित नहीं है, बल्कि भारत सरकार के एक्शन्स में भी रिफ्लेक्ट होता है। भारत में 15 Agro-Climatic Zones हैं। हमारे यहां, वसंत,  ग्रीष्म,  वर्षा,  शरद,  हेमंत और शिशिर, ये 6 ऋतुएं भी होती हैं। यानि हमारे पास एग्रीकल्चर से जुड़ा बहुत विविध और बहुत प्राचीन अनुभव है।

पीएम मोदी ने कहा कि Climate challenge से अपने किसानों को बचाने के लिए हमारा फोकस back to basics और march to future, दोनों के फ्यूजन पर है। हमारा फोकस देश के उन 80 प्रतिशत से अधिक छोटे किसानों पर है, जिनको हमारी सबसे अधिक ज़रूरत है। उन्होंने कि, आज भारत में हम FPOs और एग्रीकल्चर वैल्यू चेन के निर्माण पर भी बहुत फोकस कर रहे हैं। देश के छोटे किसानों को हज़ारों FPOs में संगठित करके हम उन्हें एक जागरूक और बड़ी मार्केट फोर्स बनाना चाहते हैं। हम food security के साथ-साथ nutrition security पर फोकस कर रहे हैं। इसी विजन के साथ बीते 7 सालों में हमने अनेक bio-fortified varieties का विकास किया है।

इससे पहले हैदराबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टिट्यूट फॉर द सेमी-अरिड टॉपिक्स(ICRISAT) के स्वर्ण जयंती समारोह में स्मारक डाक टिकट लॉन्च की। उन्होंने 'क्लाइमेट चेंज रिसर्च फैसिलिटी ऑन प्लांट प्रोटेक्शन' का उद्घाटन भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद के पाटनचेरु में अंतर्राष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान के अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय (आईसीआरआईएसएटी) परिसर में एक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यह आज़ादी के अमृत महोत्सव का वर्ष है। ICRISAT के भी 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये हमें प्रेरणा प्रदान करने वाले अवसर हैं, हमारे संकल्प को पूर्ण करने का समय है और आने वाले 25 वर्षों के लिए नए संकल्प लेकर चलने का समय है। 

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