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Hindi News भारत राष्ट्रीय Drone In Kashmir: कश्मीर में ड्रोन से तबाही मचाना चाहता है पाकिस्तान, बच्चों के टिफिन में भरकर भेजे टाइमर बम, क्या है आतंकियों का 'ड्रोन प्लान'?

Drone In Kashmir: कश्मीर में ड्रोन से तबाही मचाना चाहता है पाकिस्तान, बच्चों के टिफिन में भरकर भेजे टाइमर बम, क्या है आतंकियों का 'ड्रोन प्लान'?

Drone In Kashmir: कश्मीर के कनाचक इलाके में बीएसएफ को टिफिन बॉक्स के अंदर आईईडी बरामद हुई है। इसमें टाइमर भी सेट किया गया था। 

Drone In Kashmir- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Drone In Kashmir

Highlights

  • जून 2021 में भारतीय वायुसेना के स्टेशन पर हुआ था ड्रोन अटैक
  • भारत में ड्रोन की पांच कैटेगरी, उड़ाने के लिए भी हैं नियम
  • नियमों का पालन नहीं करने पर हो सकता है एक लाख रुपए तक का जुर्माना

Drone In Kashmir: भारत में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान अपनी नापाक साजिशों को लगातार रच रहा है। उसने कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए ड्रोन को अपना जरिया बनाया है। वह ड्रोन के जरिए कश्मीर में हथियारों की खेप भेजकर आतंक फैलाना चाहता है। हालांकि सुरक्षाबलों के जवान पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं और उसकी किसी साजिश को कामयाब नहीं होने दे रहे हैं।

ताजा मामला कश्मीर के कनाचक इलाके का है। यहां बीएसएफ को टिफिन बॉक्स के अंदर आईईडी बरामद हुई है। इसमें टाइमर भी सेट किया गया था। हालांकि समय से बीएसएफ के जवानों ने इस IED को निष्क्रिय कर दिया और एक बड़ी अनहोनी होने से टल गई। 

बीएसएफ को ये ड्रोन सोमवार रात करीब 11 बजे कनाचक इलाके में दिखाई दिया था, जिसके बाद भारतीय जवानों ने इस पर फायरिंग की। बीएसएफ के मुताबिक, ड्रोन से जुड़े पेलोड में बच्चों के टिफिन बॉक्स के अंदर तीन चुंबकीय आईईडी पैक मिले, जिसमें टाइमर भी लगा था। हालांकि समय से आईईडी को निष्क्रिय कर दिया गया।

अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले आतंकी गतिविधियां बढ़ीं

बॉर्डर के उस पार से आतंकी घुसपैठ समेत हथियारों को ड्रोन के जरिए भेजने के कई मामले सामने आए हैं। आतंकियों द्वारा अपनी गतिविधियों को इसलिए भी तेज कर दिया गया है क्योंकि दक्षिण कश्मीर हिमालय में पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए वार्षिक तीर्थयात्रा शुरू होने वाली है। 30 जून से 43 दिवसीय ये अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) दो मार्गों से शुरू होने वाली है। 

आतंकी इस अमरनाथ यात्रा में खलल डालना चाहते हैं। हालांकि सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से आतंकियों की हर चाल नाकामयाब हो रही है। पुलिस के गश्ती दल लगातार क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं और हर छोटी-बड़ी घटना पर नजर बनाए हुए हैं। 

सीमा सुरक्षा बल के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, भारत-पाकिस्तान सीमा पर हर जगह ड्रोन का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि सुरक्षा बल पूरी तरह अलर्ट हैं और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। एलओसी पर सेना और बीएसएफ पूरी तरह डटी हुई है। 

कुछ दिन पहले कठुआ में भी हुई थी ड्रोन एक्टिविटी

जम्मू कश्मीर के कठुआ में भी कुछ दिन पहले ड्रोन एक्टिविटी हुई थी। इस दौरान भारतीय जवानों ने इस ड्रोन को मार गिराया था। इस ड्रोन से स्टिकी बम और ग्रेनेड बरामद हुआ था।इसके अलावा अरनिया में भी कई बार देखा गया है कि ड्रोन इलाके में घुसे हैं। जिसके बाद भारतीय जवानों ने फायरिंग करके इन ड्रोन्स को खदेड़ा। 

जून 2021 में भारतीय वायुसेना के स्टेशन पर हुआ था पहला ड्रोन अटैक 

जून 2021 में भारतीय वायुसेना के स्टेशन पर भी ड्रोन अटैक किया गया था। ड्रोन अटैक का भारत में यह पहला मामला था। इस दौरान ड्रोन के जरिए एयरफोर्स स्टेशन के टेक्निकल एरिया में दो बम गिरे थे। आधी रात को करीब डेढ़ बजे हुए इन धमाकों में वायुसेना की छत को नुकसान पहुंचा था और एक जवान घायल हुआ था। बीते दिनों पंजाब में भी ड्रोन के जरिए विस्फोटक गिराए गए थे। सेना प्रमुख जनरल एम.एम नरवणे भी ड्रोन हमलों को लेकर अपनी चिंता जता चुके हैं। 

भारत में क्या हैं ड्रोन उड़ाने के नियम 

भारत में ड्रोन उड़ाने को लेकर सरकार नियम जारी कर चुकी है और इसके लिए एक वेबसाइट भी बनाई गई है। इस वेबसाइट के जरिए ड्रोन उड़ाने के लिए लाइसेंस से लेकर रूट तक की जानकारी मिलेगी। ड्रोन के इन नियमों का पालन नहीं करने पर एक लाख रुपए तक का जुर्माना हो सकता है।

भारत में ड्रोन की कितनी कैटेगरी

भारत में ड्रोन की पांच कैटेगरी हैं। जिन्हें वजन के हिसाब से अलग-अलग बांटा गया है। 250 ग्राम से कम वजन वाले ड्रोन को नैनो कहा जाता है। 2 किलो तक के वजन वाले ड्रोन को माइक्रो, 2 से 25 किलो वजन वाले ड्रोन को स्मॉल, 25 से 150 किलो तक के ड्रोन्स को मीडियम ड्रोन और 150 किलो से ज्यादा वजन वाले ड्रोन को बडे़ ड्रोन कहा जाता है। 

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