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Hindi News भारत राष्ट्रीय मणिपुर में भूकंप से कांपी धरती, रिक्टर पैमाने पर आंकी गई इतनी तीव्रता

मणिपुर में भूकंप से कांपी धरती, रिक्टर पैमाने पर आंकी गई इतनी तीव्रता

आज ​​मणिपुर के बिष्णुपुर से 79 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप से धरती कांपते ही लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए।

मणिपुर में भूकंप से कांपी धरती- India TV Hindi Image Source : INDIA TV मणिपुर में भूकंप से कांपी धरती

मणिपुर में भूकंप से धरती कांप उठी है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर 4.8 तीव्रता का भूकंप आया है। आज ​​मणिपुर के बिष्णुपुर से 79 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप से धरती कांपते ही लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। 

पिथौरागढ़ में हाल ही में आया था भूकंप का झटका

हाल ही में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.8 मापी गई थी। पिथौरागढ़ से करीब 23 किलोमीटर दूर आज सुबह 8.58 बजे धरती हिली। इस भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। हालांकि इस भूकंप में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। पिथौरागढ़ में आए भूकंप से तीन दिन पहले पहले जम्मू कश्मीर में भी धरती कांपी थी।

उत्तरकाशी में भी हिली थी धरती

पिछले महीने दिसंबर में भी उत्तराखंड के ही उत्तरकाशी और उसके आसपास के इलाकों में देर रात भूकंप आया था। ये भूकंप कम तीव्रता वाला था। उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया था कि भूकंप की तीव्रता 3.1 मापी गई थी। उन्होंने बताया था कि भूकंप का केंद्र जिले में बारकोट के समीप एक जंगल में जमीन से पांच किलोमीटर की गहराई में स्थित था। पटवाल ने बताया कि तीव्रता कम होने और रात के समय जब अक्सर लोग सोते हैं, उस समय भूकंप आने के कारण कई लोगों को इसके झटके महसूस नहीं हुए। 

रिक्टर स्केल और भूकंप की तीव्रता का संबंध? 

  • 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
  • 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
  • 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
  • 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं।
  • 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है।
  • 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
  • 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
  • 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
  • 9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी। भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।

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