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Rahul Gandhi Birthday: आखिर क्यों राहुल गांधी का नाम रखा गया राउल विंची, जानें क्या थी वजह

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज 53 साल के हो गए हैं। राहुल गांधी को राजनीति विरासत में मिली है और उन्होंने बचपन से राजनीति का हर दौर देखा है। क्या आप जानते हैं कि राहुल गांधी का नाम राउव विंची रका गया था...

rahul gandhi birthday- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO राहुल गांधी का जन्मदिन

Happy Birthday Rahul Gandhi: देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी आज 53 साल के हो गए हैं। राहुल गांधी को राजनीति विरासत में मिली थी। उनकी दादी भारत की राजनीति की दिग्गज राजनेता और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं तो वहीं इंदिरा के पिता और राहुल गांधी के ग्रैंड फादर जवाहर लाल नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे।

दादी की हत्या और पिता की मौत का दुख झेला

राहुल गांधी का जन्म नई दिल्ली के होली फैमिली हॉस्पिटल में 19 जून 1970 को हुआ था। उन्होंने बचपन से राजनीति के कई दौर को देखा, जब उनकी दादी इंदिरा गांधी की हत्या हो गई, राहुल की उम्र मात्र 14 साल की थी। वे स्कूल में अपनी पढ़ाई कर रहे थे, राहुल गांधी की पढ़ाई बीच में कई बार छूटी। राहुल गांधी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उनका दाखिला देहरादून के प्रतिष्ठित द दून स्कूल में कराया गया। 

इस दुख से वे उबर भी नहीं पाए थे कि इस घटना के सात साल बाद 1991 में पिता राजीव गांधी की हत्या कर दी गई। फिर राहुल को सुरक्षा कारणों से देश के बाहर भेज दिया गया।इसलिए राहुल गांधी को सुरक्षा कारणों से अपना नाम बदलकर अपनी उच्च शिक्षा पूरी करनी पड़ी।

राहुल का नाम रखा गया राउल विंसी

ग्रेजुएशन के बाद राहुल ने करीब तीन साल तक लंदन के मॉनिटर ग्रुप के लिए काम किया।  ये कंपनी मैनेजमेंट गुरु माइकल पोर्टर की सलाहकार संस्था थी। वहां भी वो सुरक्षा कारणों की वजह से Raul Vinci के नाम से काम करते थे। राहुल का ये नाम सुरक्षा कारणों से रखा गया था और वहां उन्हें लोग इसी नाम से जानते थे। 

राजनीति में रखा कदम और दर्ज की थी बंपर जीत

जब राहुल गांधी विदेश से लौटे तो उन्होंने राजनीति में कदम रखा और पहली बार साल 2004 में अमेठी से लोकसभा का चुनाव लड़ा। तब उन्होंने एक लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। 2009 में यहीं से उन्होंने दूसरी बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की और इस बार 3.70 लाख वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की।

पूरे सियासी दौर में राहुल गांधी पर कई आरोप लगे। कई बार उन्होंने खुद को साबित करने की कोशिश की। हर बार विपक्ष के हमले को स्वीकार कर खुद में सुधार भी करते रहे हैं। विपक्ष की तरफ से लगातार उनकी योग्ता पर सवाल उठता रहा है। राहुल ने बहुत ही कम उम्र में अपने जीवन में कई उतार चढ़ाव देखे हैं।

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