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Hindi News भारत राष्ट्रीय India China Ladakh News : ड्रैगन की नई चाल, लद्दाख बॉर्डर पर J-20 और J-11 जैसे लड़ाकू विमानों को किया तैनात

India China Ladakh News : ड्रैगन की नई चाल, लद्दाख बॉर्डर पर J-20 और J-11 जैसे लड़ाकू विमानों को किया तैनात

India China Ladakh News : पूर्वी लद्दाख बॉर्डर के करीब होतान एयरपोर्ट पर 25 लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया है। इससे पहले यहां चीन केवल मिग-21 जैसे विमान ही रखता था।

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Highlights

  • लद्दाख बॉर्डर पर चीन का नया एयरबेस
  • J-20 और J-11 फाइटर जेट तैनात
  • होतान एयरपोर्ट पर 25 लड़ाकू विमान तैनात

India China Ladakh News : ड्रैगन अपनी चाल से बाज नहीं आ रहा है। चीन (China) लद्दाख बॉर्डर (Ladakh) पर एक नया एयरबेस (Airbase) बना रहा है। वहां उसने J-20 और J-11 जैसे फाइटर जेट को तैनात किया है। सूत्रों के मुताबिक चीन ने पूर्वी लद्दाख बॉर्डर के करीब होतान एयरपोर्ट पर 25 लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया है। इससे पहले यहां चीन केवल मिग-21 जैसे विमान ही रखता था। लेकिन अब इस एयरबेस को मजबूत करने से चीन के इरादों पर शक पैदा होना स्वभाविक है।

होतान एयरपोर्ट पर विमानों की संख्या बढ़ा रहा चीन

दरअसल, होतान एयरपोर्ट से दिल्ली की दूरी करीब एक हजार किलोमीटर है और जे-20 विमान करीब आधे घंटे में यह दूरी तय कर सकता है। जे-20 विमान की एक घंटे में 2100 किमी की दूरी तय कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक चीन ने बॉर्डर इलाकों में लड़ाकू विमानों की संख्या दोगुनी कर ली है। 

कितना खतरनाक है जे-20 विमान

  • यह विमान 2100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है
  • हथियारों से लैस इस विमान का वजन 32 हजार किलोग्राम है
  • यह विमान लंबी दूरी एयर टू एयर मिसाइल दागने में सक्षम है

कितना खतरनाक है जे-11 विमान

  • 60 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है
  • यह विमान 30 मिमी की गन से लैस है
  • मिसाइलों के लिए 10 हार्डपॉइंट

अमेरिका के जनरल ने बताया था खतरे की घंटी

आपको बता दें कि लद्दाख बॉर्डर पर चीन की हरकतों के मद्देनजर अमेरिका के जनरल चार्ल्स ए फ्लिन ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने लद्दाख में चीन की गतिविधियों को खतरे की घंटी बताया था। उनका कहना था कि चीन का यह रवैया पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को नुकसान पहुंचानेवाला है। हालांकि चीन के इस रवैये पर भारत की ओर से यह कहा गया कि वह पूरे मामले पर करीबी नजर बनाए हुए है।

गलवान हिंसा के बाद तनाव बढ़ा

बता दें कि जून 2020 में चीन की पीएलए और भारतीय सेना के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें दोनों ही देशों के सैनिक हताहत हुए थे। हालांकि इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है जिसमें 12 से ज्यादा बैठक सैन्य कमांडर लेवल पर हुई है लेकिन अभी तक ठोस समाधान नहीं निकल सका। 

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