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Hindi News भारत राष्ट्रीय India Tv Poll: 2028 तक मुफ्त राशन योजना क्या आगामी लोकसभा चुनाव में विरोधी पार्टियों के लिए मुश्किल खड़ा कर सकता है?

India Tv Poll: 2028 तक मुफ्त राशन योजना क्या आगामी लोकसभा चुनाव में विरोधी पार्टियों के लिए मुश्किल खड़ा कर सकता है?

देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएंगी। आगामी पांच साल तक के लिए मुफ्त राशन की योजना को बढ़ा दिया गया है। इसपर जनता से जवाल किया गया तो काफी चौंकाने वाले रिजल्ट सामने आए हैं।

India Tv Poll Will extension of free ration scheme till 2028 create problems for the opposition part- India TV Hindi Image Source : INDIA TV केंद्र की मुफ्त राशन योजना का लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा असर?

देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इस चुनाव के रिजल्ट जारी होने से पहले एग्जिट पोल जारी कर दिया गया है। इस पोल के मुताबिक कहीं कांग्रेस तो कहीं भाजपा जीत दर्ज कर सकती है। इस चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर भी तैयारियां तेज हो जाएंगी। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एकतरफ भाजपा की एनडीए गठबंधन है तो दूसरी तरफ विपक्षी दलों की I.N.D.I.A गठबंधन है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई हैं और एक दूसरे को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस बीच केंद्र सरकार की एक योजना को लेकर हमने जनता से सवाल किया, जिसका जवाब चौंकाने वाला है। 

इंडिया टीवी के पोल का रिजल्ट चौंकाने वाला

इंडिया टीवी के अलग-अलग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर जनता से एक सवाल किया। इस सवाल के जवाब में लोगों को तीन ऑप्शन दिए गए। इस पोल का रिजल्ट चौंकाने वाला आया है। हमने सवाल पूछा, '2028 तक मुफ्त राशन योजना क्या आगामी लोकसभा चुनाव में विरोधी पार्टियों के लिए मुश्किल खड़ा कर सकता है?' इसके जवाब में 78 फीसदी लोगों ने हां कहा. जबकि 18 फीसदी लोगों ने नहीं और 4 फीसदी लोगों ने कह नहीं सकते विकल्प को चुना। बता दें कि इंडिया टीवी के अलग-अलग प्लैटफॉर्म्स पर इस पोल में 10,112 लोगों ने भाग लिया। 

कांग्रेस ने किया भाजपा पर हमला

बता दें कि मुफ्त राशन योजना को अगले 5 साल तक आगे बढ़ाने के सरकारी फैसले को लेकर कांग्रेस ने कहा कि सरकार का फैसला देश में लगातार उच्च स्तर के आर्थिक संकट और बढ़ती असमानताओं का संकेत है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इस मुद्दे पर अपना रुख बदलने का आरोप लगाया। रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उनकी नवीनतम घोषणा निरंतर उच्च स्तर के आर्थिक संकट और बढ़ती असमानताओं का संकेत है। अधिकांश भारतीयों की आय आवश्यक वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों के अनुरूप नहीं बढ़ी है।"

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