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Hindi News भारत राष्ट्रीय NIA ने हैदराबाद में लोन-वुल्फ अटैक का प्लान किया नाकाम, जानें कैसे होता है इस तरह का हमला

NIA ने हैदराबाद में लोन-वुल्फ अटैक का प्लान किया नाकाम, जानें कैसे होता है इस तरह का हमला

पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हैदराबाद में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की बड़ी साजिश थी। बता दें कि अक्टूबर 2022 में 3 लोग गिरफ्तार हुए थे। तीनों पर UAPA के तहत केस दर्ज किया गया था।

लोन-वुल्फ अटैक का प्लान हुआ नाकाम- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE लोन-वुल्फ अटैक का प्लान हुआ नाकाम

हैदराबाद में आतंकी हमले की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया है। यहां NIA ने मास्टर माइंड अब्दुल जाहिद समेत तीन आतंकियों के खिलाफ UAPA के तहत केस दर्ज किया है। ये सभी आतंकी लश्कर और ISI के इशारे पर काम कर रहे थे। NIA ने जब इन आतंकियों को गिरफ्तार करके उनसे पूछताछ करनी शुरू की तो आतंकियों ने बहुत बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वे हैदराबाद में धमाके की प्लानिंग कर रहे थे। 

पाकिस्तानी हैंडलर के ऑर्डर पर की थी भर्ती
इन आतंकियों की हैदराबाद में लोन-वुल्फ अटैक की तैयारी भी थी। इसके अलावा इन लोगों की सांप्रदायिक तनाव फैलाने की भी साजिश थी। जानकारी मिली है कि एनआईए ने इन तीन आरोपियों और अन्य के खिलाफ इसी साल 25 जनवरी को FIR दर्ज की थी। हैदराबाद में आतंकवाद से संबंधित कई मामलों में मास्टरमाइंड आरोपी जेहाद ने लश्कर और ISI से संबंधित पाकिस्तान में बैठे आकाओं के निर्देश पर माज और समीउद्दीन सहित कई युवाओं की भर्ती की थी।

लोन-वुल्फ अटैक की थी प्लानिंग
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पिछले अक्टूबर में हैदराबाद में आतंकवादी हमलों की साजिश रचने के लिए गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत तीन गिरफ्तार आरोपियों- मोहम्मद ज़ाहिद, माज़ हसन फारूक और समीउद्दीन को नामजद किया है। इन सभी की हैदराबाद में ब्लास्ट की बड़ी प्लानिंग थी। ये सभी लोन-वुल्फ अटैक की साजिश कर रहे थे। इन सभी को पाकिस्तान से हैंड ग्रेनेड मिले थे। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हैदराबाद में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की बड़ी साजिश थी। बता दें कि अक्टूबर 2022 में 3 लोग गिरफ्तार हुए थे। तीनों पर UAPA के तहत केस दर्ज किया गया था। ये सभी ISI-लश्कर के कमांड पर काम कर रहे थे। 

क्या होता है लोन-वुल्फ अटैक 
लोन-वुल्फ अटैक आतंक की दुनिया में दहशत फैलाने का एक नया जरिया है। इस तरह के हमले में हमलावर या तो खुद को खत्म कर लेते हैं या फिर पुलिस के हाथों एनकाउंटर में मारे जाते हैं। लोन-वुल्फ अटैक में अकेला आतंकी ही पूरे हमले या ऑपरेशन को अंजाम देता है। इस अटैक में हमलावर रोजमर्रा की चीजों का इस्तेमाल करते हैं। इसमें छोटे हथियारों का उपयोग किया जाता है। लोन-वुल्फ अटैक में हमलावर का पता लगाना भी मुश्किल होता है और ना ही किसी बड़ी टीम की जरूरत होती है।   

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