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Hindi News भारत राष्ट्रीय OMG! हाथियों ने पी ली देशी शराब, नशे में घंटों रहे धुत; जानिए क्या है पूरा मामला

OMG! हाथियों ने पी ली देशी शराब, नशे में घंटों रहे धुत; जानिए क्या है पूरा मामला

ओडिशा के जंगल में 24 हाथियों ने महुआ वाली शराब पी ली। पीने के बाद कई घंटे तक गहरी नींद में सोते रहे। आसपास गांव के लोग ये देख हैरान रह गए। बाद में उन हाथियों को जगाने के लिए वन विभाग के कर्मचारियों को ढोल पीटने पड़े।

ओडिशा में हाथियों ने पी ली देशी शराब- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO (PTI) ओडिशा में हाथियों ने पी ली देशी शराब

अक्सर आपने देखा या सुना होगा कि कोई शराबी आदमी शराब पीकर सड़क किनारे सो गया या बीच सड़क हंगामा कर रहा है, पर क्या आपने कभी किसी जानवर को देशी शराब पीकर मस्त होते हुए देखा है। खासकर कोई हाथी, शायद नहीं। हम आपको बता दें ओडिशा से हमारे पास कुछ ऐसी ही खबर आई है, यहां एक हाथियों के झुंड ने देशी शराब को गटक लिया। इसके बाद वे सभी मदमस्त होकर गहरी नींद में सो गए। यह नजारा देख आसापास के गांववाले दंग रह गए।

दरअसल, ओडिशा के केओनझार जिले में शिलीपदा गांव के लोगों ने पटाना के जंगलों में बड़े-बड़े मटकों में महुआ के फूल पानी में भीगने के लिए रख दिए थे। बता दें कि इन्हीं से शराब बनाई जानी थी। जब ग्रामीण सुबह महुआ बनाने जंगल में गए तो उन्होंने देखा कि 24 हाथी वहां सोए हुए थे। और वहां आस-पास सारे मटके टूटे पड़े थे और पानी गायब था। इससे सभी को समझ आया कि हाथियों ने नशीला पानी पी लिया है जिससे वो सो गए हैं। पहले ग्रामीणों ने हाथियों को उठाने की खूब कोशिश की, पर वे नहीं उठे। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई।

टूटे पड़े थे महुआ से भरे बर्तन 

ग्रामीणों से बात करने पर पता चला कि, ग्रामीण महुआ तैयार करने के लिए सुबह जब जंगल पहुंचे तो वहां देखा कि महुआ से भरे सभी बर्तन टूटे पड़े थे और सड़ाया गया (fermented) पानी गायब था। उन्होंने आगे बताया कि उसके पास हाथी सो रहे थे। ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों ने वह पानी पी लिया था। इसकी वजह से वे नशे में टल्ली हो गए थे।  उन्होंने आगे कहा, “वह शराब प्रॉसेस्ड नहीं की गई थी। हमने हाथियों को जगाने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हुए। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई” 

हाथियों को उठाने लिए पीटने पड़े ढोल 

ग्रामीणों से मिली जानकारी के बाद वन विभाग के कर्मी पटाना वन क्षेत्र के जंगल पहुंचे। यहां उन्होंने हाथियों के झुंड को जगाने के लिए कोशिश शुरू कर दी। रेंजर घासीराम पात्रा ने बताया कि जब वे वहां पहुंचे तो हाथियों को उठाने के लिए ड्रम बजाने पड़े। इसके बाद हाथी उठे और जंगल में चले गए। हालांकि फॉरेस्ट कर्मी को इस बात पर शक है कि हाथी महुआ वाला पानी पीकर नशे में सोए थे। उनके मुताबिक, इस बात की संभावना है कि हाथी वहां सिर्फ आराम कर रहे थे। हालांकि, इस पर ग्रामीणों ने जोर देकर फिर अपनी बात दोहराया और कहा कि उन्होंने मंगलवार को टूटे हुए बर्तनों के पास कई जगहों पर हाथियों को सोते हुए देखा था। वे सभी कई घंटों तक नशे की हालत में वहां सो रहे थे।

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