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Hindi News भारत राष्ट्रीय PM Narendra Modi govt 8 years: 'सिर्फ मोदी हैं जिनकी बातें पुतिन-बायडेन सुनते भी हैं और मानते भी हैं', India TV Samvaad में और क्या बोले राजनाथ सिंह

PM Narendra Modi govt 8 years: 'सिर्फ मोदी हैं जिनकी बातें पुतिन-बायडेन सुनते भी हैं और मानते भी हैं', India TV Samvaad में और क्या बोले राजनाथ सिंह

PM Narendra Modi govt 8 years: इंडिया टीवी संवाद में राजनाथ सिंह ने कहा, ''आज हमारे प्रधानमंत्री को छोड़कर दुनिया में कोई दूसरा ऐसा नेता नहीं है जो रूस के भी राष्ट्रपति से बात कर सके और अमेरिका के राष्ट्रपति से भी बात कर सके। और यही नहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति से भी बात करके अपने लोगों को वहां से निकाल सकते हैं।

Rajnath Singh- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Rajnath Singh

Highlights

  • सिर्फ मोदी हैं जो पुतिन-जेलेंस्की से बात करते हैं- राजनाथ सिंह
  • हर संकट से देश को मोदी ने ही निकाला- राजनाथ सिंह
  • जो गड़बड़ करते हैं वही मोदी जी से डरते हैं- राजनाथ सिंह

PM Narendra Modi govt 8 years: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'India TV Samvaad' कॉन्क्लेव में रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत के स्टैंड पर बात करते हुए कहा, ''आपने देखा होगा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की सराहना देश के विपक्ष और दुनिया के कई देशों ने भी की है। जब मैं 20-25 दिन पहले अमेरिका गया था, तो वहां राष्ट्रपति जो बायडेन से भी हमारी बात हुई थी। विदेश मंत्री जयशंकर भी हमारे साथ थे। पहले मुझे लगता था कि भारत का जो रोल यूक्रेनी संकट को लेकर है, उसे लेकर अमेरिका कुछ न कुछ जरूर बोलेगा लेकिन अमेरिका कुछ नहीं बोला। इसका मतलब अमेरिका भी इस बात को समझता है।''

'सिर्फ मोदी हैं जो पुतिन-बायडेन से बात करते हैं'
राजनाथ सिंह ने कहा, ''आज हमारे प्रधानमंत्री को छोड़कर दुनिया में कोई दूसरा ऐसा नेता नहीं है जो रूस के भी राष्ट्रपति से बात कर सके और अमेरिका के राष्ट्रपति से भी बात कर सके। और यही नहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति से भी बात करके अपने लोगों को वहां से निकाल सकते हैं। यह कोई वेल रिकॉग्नाइज्ड ग्लोबल लीडर ही कर सकता है। आप बताएं, दुनिया के किसी ताकतवर देश का नेता ऐसी भूमिका निभा सकता है? हमारा विश्वास 'जीरो सम पॉलिसी' में नहीं है। हमारी पॉलिसी 'विन-विन सिचुएशन' की है और हमारे प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में युद्ध बंद करने की अपील इंटरनेशनल फोरम पर भी की है।''

'आजाद भारत के इतिहास में मोदी सबसे बेहतर प्रधानमंत्री'
इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ''देश की गरीब जनता ने यह महसूस किया कि हमारी मौलिक आवश्यकताओं को पहली बार किसी ने समझा है, तो मोदी ने समझा है। जैसे लोगों को रहने के लिए आवास चाहिए, आवास में बिजली चाहिए, शौचालय चाहिए, पानी चाहिए। आजाद भारत के इतिहास में यदि किसी प्रधानमंत्री ने सच में इन चीजों पर गंभीरतापूर्वक चिंता की और इनका निराकरण भी किया, तो वह नरेंद्र मोदी हैं।''

'मोदी में संगठन और शासन चलाने की कुशलता'
राजनाथ सिंह ने कहा, ''मैंने मोदी जी को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में, एक ऑर्गनाइजर के रूप में काम करते हुए देखा था। और साथ ही साथ गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में काम करते हुए मैंने देखा और इस नतीजे पर पहुंचा कि मोदी एक ऐसे व्यक्ति हैं जिनके अंदर संगठन को भी चलाने की कुशलता है और शासन को चलाने की भी कुशलता है। सबको साथ लेकर चलने की अद्भुत कला है और मैं इस नतीजे पर भी पहुंचा था कि वह एक अद्भुत काल्पनिक क्षमता के भी धनी हैं।''

'2013 में ही मैंने कहा था मोदी सबसे पॉपुलर'
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''मैं इस नतीजे पर पहुंचा कि हम जो 3-4 लोग थे (पीएम पद की रेस में), उनमें यदि आम जनता के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय कोई है तो वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। मैंने यह भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष बनने के बाद नहीं सोचा। अध्यक्ष बनने के पहले मैंने एक इंटरव्यू में भी यही बात कही थी।'' इस सवाल पर कि मोदी को जब पीएम पद का उम्मीदवार बनाया गया तब उन्हें संसद में काम करने का अनुभव नहीं था, राजनाथ ने कहा, ''मेरा मानना है कि जो व्यक्ति मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुका है, वह सीधे प्रधानमंत्री बन सकता है और आपने देखा उन्होंने करके दिखा दिया।''

'सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले मोदी ही ले सकते हैं'
मोदी की निर्णय क्षमता के बारे में बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ''सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला कोई छोटा-मोटा फैसला नहीं था, युद्ध की भी संभावना हो सकती थी। जिसके अंदर कठोर फैसले करने की ताकत है, उस शख्स का नाम है नरेंद्र मोदी।'' भ्रष्टाचार पर रोक लगाए जाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''भाषण देकर भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगाया जा सकता। धमकी देकर भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगाया जा सकता। सिस्टम में बदलाव लाकर, व्यवस्था में बदलाव लाकर भ्रष्टाचार पर काफी हद तक अंकुश पाया जा सकता है। कोई यह दावा करे कि हमने भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से अंकुश पा लिया है, मैं समझता हूं कि चारों युग में से किसी युग में ऐसा नहीं हुआ होगा।''

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