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Hindi News भारत राष्ट्रीय President Election: पिछले पांच साल में देश ने एक 'खामोश राष्ट्रपति' को देखा, यशवंत सिन्हा का बड़ा बयान

President Election: पिछले पांच साल में देश ने एक 'खामोश राष्ट्रपति' को देखा, यशवंत सिन्हा का बड़ा बयान

President Election: यशवंत सिन्हा ने कहा कि वह नहीं जानते हैं कि इन चुनावों के बाद उनका क्या हश्र होगा, लेकिन अगर वह राष्ट्रपति चुने गए तो ED जैसी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग रुक जाएगा।

Yashwant Sinha(File Photo)- India TV Hindi Image Source : PTI Yashwant Sinha(File Photo)

Highlights

  • अगर मैं राष्ट्रपति चुना गया तो सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग को पूरी तरह रोका जाएगा: सिन्हा
  • सिन्हा ने कहा कि लड़ाई ED से है, लड़ाई इनकम टैक्स से है, लड़ाई CBI से है
  • 'जो राष्ट्रपति का संवैधानिक दायित्व है उसका उतना पालन नहीं हुआ, जितना होना चाहिए था'

President Election: देश में विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि पिछले पांच साल में देश ने एक 'खामोश राष्ट्रपति' को देखा। सिन्हा ने कहा कि वह नहीं जानते हैं कि इन चुनावों के बाद उनका क्या हश्र होगा, लेकिन अगर वह राष्ट्रपति चुने गए तो ED जैसी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग रुक जाएगा। यह पूछे जाने पर कि मौजूदा राष्ट्रपति के कार्यकाल को कैसे देखते हैं, सिन्हा ने कहा, '.पिछले पांच साल की बात अगर हम करें तो हम कहेंगे कि यह राष्ट्रपति भवन का एक खामोशी का दौर था। हम लोगों ने एक खामोश राष्ट्रपति देखा।' उन्होंने कहा, 'पिछला पांच साल एक खामोशी का दौर रहा। जो राष्ट्रपति का संवैधानिक दायित्व है उसका उतना उपयुक्त पालन नहीं हुआ जितना होना चाहिए था।' सिन्हा ने कहा कि 'बहुत सारे मुद्दो पर प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए और कुछ मुद्दों पर राष्ट्रपति को भी बोलना चाहिए। राष्ट्रपति कम से कम प्रधानमंत्री को बुलाकर इन विषयों पर चर्चा तो कर सकते थे।' 

असाधारण परिस्थिति में इस बार राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा : सिन्हा

उन्होंने कहा, 'मैं आपसे दो वादा करके जाना चाहता हूं एक तो यह कि अगर मैं राष्ट्रपति चुना गया तो शपथ लेने के दूसरे दिन से ये जो सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है, सरकार के द्वारा वह रूक जाएगा। इस दुरूपयोग को पूरी तरह से रोका जायेगा।' उन्होंने कहा कि इसके साथ ही वह प्रधानमंत्री से कहेंगे कि वह उन मुद्दों पर बोलें जिन पर बोलने की अपील मुख्यमंत्री गहलोत व अन्य नेता उनसे कर रहे हैं। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है । सिन्हा ने इसे वोटिंग प्रक्रिया में भाग लेने वाले सभी जनप्रतिनिधियों के लिए बड़ा मौका बताते हुए कहा, 'असाधारण परिस्थिति में इस बार राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा है। इसमें आम जनता तो वोट नहीं देती है, लेकिन उसके चुने हुये प्रतिनिधि ही वोट देते हैं। लेकिन आम जनता का यह कर्त्तव्य बनता है कि वो अपने चुने हुए प्रतिनिधि पर दबाव बनाए कि गलत का साथ मत दो, जो सही है उसका साथ दो।' 

"लड़ाई ED से है, लड़ाई इनकम टैक्स से है, लड़ाई CBI से है"

सिन्हा ने कहा, 'हम केवल एक राजनीतिक दल से नहीं लड़ रहे। हम सरकार की उन एजेंसियों से भी लड़ रहे हैं जो लोगों को परेशान करने के लिये इस्तेमाल की जा रही हैं। तो लड़ाई ED से है, लड़ाई इनकम टैक्स से है, लड़ाई CBI से है और मैं जानता नहीं हूं कि इस चुनाव के बाद मेरा क्या हश्र होगा।' देश में चुनी हुई सरकारों को गिराने को लेकर उन्होंने परोक्ष रूप से भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "मैं बहुत लंबे अर्से से प्रशासन और राजनीति में रहा हूं ऐसा माहौल मैने कभी देश में नहीं देखा है इनका एकमात्र उद्देश्य है कि केवल हम राज करेंगे ओर हम किसी दूसरे को सत्ता में बर्दाश्त नहीं करेंगे।"

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