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Hindi News भारत राष्ट्रीय 'इस देश की मिट्टी सबको अवसर देती है', आचार्यकुलम के वार्षिकोत्सव में बोले India TV के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा

'इस देश की मिट्टी सबको अवसर देती है', आचार्यकुलम के वार्षिकोत्सव में बोले India TV के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा

आचार्यकुलम के वार्षिकोत्सव समारोह पर रजत शर्मा ने अपने जीवन के संघर्षों की कहानी बच्चों को सुनाई और उन्हें संदेश दिए। रजत शर्मा ने कहा कि संघर्षों से घबराना नहीं चाहिए।

INDIA TV के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा- India TV Hindi Image Source : INDIA TV आचार्यकुलम के वार्षिकोत्सव में INDIA TV के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा

हरिद्वार: हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ के लिए आज का दिन बहुत बड़ा रहा। आज पतंजलि विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में आचार्यकुलम का 11वें वार्षिकोत्सव मनाया गया। इस मौके पर इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा और इंडिया टीवी की मैनेजिंग डायरेक्टर ऋतु धवन मुख्य अतिथि थे। योग गुरु स्वामी रामदेव ने उनका स्वागत किया। वार्षिकोत्सव के दौरान आचार्यकुलम के बच्चों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम किया। 

जब अवसर मिले तो अपनी काबिलियत दिखानी चाहिए- रजत शर्मा

आचार्यकुलम के वार्षिकोत्सव समारोह पर रजत शर्मा ने अपने जीवन के संघर्षों की कहानी बच्चों को सुनाई और उन्हें संदेश दिए। रजत शर्मा ने कहा कि संघर्षों से घबराना नहीं चाहिए। इस देश की मिट्टी सबको अवसर देती है और जब अवसर मिले तो अपनी काबिलियत दिखानी चाहिए। वहीं ऋतु धवन ने भी बच्चों के कार्यक्रम की खूब सराहना की। आपको बता दें आचार्यकुलम एक तरह का विद्यालय है जहां आध्यात्मिक माहौल के साथ साथ बच्चों को मॉडर्न एजुकेशन मिलती है।

शनिवार को दिल्ली के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे रजत शर्मा 

वहीं इससे पहले शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के टैगोर इंटरनेशनल स्कूल में लीडर्स ऑफ टुमॉरो मीट टूडे (Leaders of Tomorrow  Meet Today) नाम के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने पत्रकारिता के अनुभव छात्रों के साथ साझा किया। उन्हें कामयाब होने के टिप्स भी दिए। इस प्रोग्राम में अलग-अलग स्कूल के छात्रों ने उनसे दुनिया भर में लोकप्रिय शो 'आप की अदालत' को लेकर सबसे ज्यादा सवाल पूछे। 

यहां रजत शर्मा ने भी छात्रों के सवालों के दिल खोल के जवाब दिए। उन्होंने बच्चों को संघर्ष का मतलब बताया साथ ही कहा कि सपने वो देखने चाहिए जिसे पूरा करने के लिए आंखों में नींद ना आए। इस मौके पर छात्रों ने फेक न्यूज़ को लेकर भी सवाल पूछे जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया में अभी कन्फ्यूजन है ब्रॉडकास्ट मीडिया पर सच्ची और सही ख़बरें दिखती हैं। 

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