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दिल्ली सरकार ने स्वराज के सम्मान में दो दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया

सुषमा स्वराज भाजपा की एक ऐसी हस्ती थीं जिन्होंने न सिर्फ एक प्रखर वक्ता के रूप में अपनी छवि बनाई, बल्कि उन्हें ‘जन मंत्री’ कहा जाता था। इतना ही नहीं वह जब विदेश मंत्री बनीं तो उन्होंने आम आदमी को विदेश मंत्रालय से जोड़ दिया।

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नयी दिल्ली: दिल्ली सरकार ने वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सम्मान में राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को दो दिवसीय शोक का एलान किया। स्वराज का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से एम्स में निधन हो गया था। वह 67 वर्ष की थीं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली सरकार पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता आदरणीय सुषमा स्वराज जी के सम्मान में दो दिवसीय राजकीय शोक मनाएगी।’’ 

दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने स्वराज के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि देश ने एक महान नेता खो दिया। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘भारत ने एक महान नेता खो दिया। सुषमा जी काफी जोशपूर्ण और विलक्षण इंसान थीं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।’’

सुषमा स्वराज भाजपा की एक ऐसी हस्ती थीं जिन्होंने न सिर्फ एक प्रखर वक्ता के रूप में अपनी छवि बनाई, बल्कि उन्हें ‘जन मंत्री’ कहा जाता था। इतना ही नहीं वह जब विदेश मंत्री बनीं तो उन्होंने आम आदमी को विदेश मंत्रालय से जोड़ दिया। वह सिर्फ एक ट्वीट पर विदेश में फंसे किसी भारतीय की मदद के लिए तुरंत सक्रिय हो जाती थीं। निधन से कुछ घंटे पहले भी पार्टी और इसकी विचारधारा के प्रति स्वराज का लगाव दिखा और जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट कर बधाई दी। 

यह ‘मृत्यु’ का आभास था या कुछ और कि उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘‘अपने जीवनकाल में मैं इस दिन को देखने का इंतजार कर रही थी।’’ इस ट्वीट के कुछ घंटे बाद हृदय गति रुक जाने से यहां स्थित एम्स में उनका निधन हो गया। वह 67 साल की थीं। वर्ष 2016 में उनका गुर्दा प्रतिरोपण हुआ था और उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से लोकसभा का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। इस बार वह मोदी सरकार का हिस्सा नहीं थीं और विदेश मंत्री के रूप में एस जयशंकर को उनकी जगह मिली।

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