A
Hindi News भारत राजनीति लालू-नीतीश बिहार को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं: गिरिराज

लालू-नीतीश बिहार को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं: गिरिराज

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव का चौथा चरण आते-आते भाजपा नेताओं को पाकिस्तान बहुत याद आने लगा है। पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को सपने में पाकिस्तान में पटाखे फूटने की गूंज सुनाई दी तो अब

लालू-नीतीश बिहार को...- India TV Hindi लालू-नीतीश बिहार को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं: गिरिराज

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव का चौथा चरण आते-आते भाजपा नेताओं को पाकिस्तान बहुत याद आने लगा है। पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को सपने में पाकिस्तान में पटाखे फूटने की गूंज सुनाई दी तो अब पार्टी नेता गिरिराज सिंह को एक बार फिर पाकिस्तान की याद आई। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था, 'नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों को पाकिस्तान भेज दिया जाएगा।' केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं।

भाजपा के नवादा क्षेत्र से सांसद गिरिराज ने ट्वीट में लिखा, "नीतीश और लालू में 'जिन्ना का जिन्न' प्रवेश कर गया है। ये बिहार को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं।"

दो साल पहले नीतीश के मंत्री रहे गिरिराज ने एक अन्य ट्वीट में नीतीश कुमार का एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें उन्हें 24 अगस्त 2005 को संसद में आरक्षण पर अपना बयान देते दिखाया गया है।

नवादा के सांसद ने इस ट्वीट में लोगों से देखने का अनुरोध करते हुए लिखा, "देखिए, कैसे जिन्ना का जिन्न नीतीश हिन्दुओं का आरक्षण काटकर मुस्लिमों को देने की बात संसद में कर रहे हैं।"

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को बिहार की एक चुनावी रैली में कहा था, "नीतीश कुमार ने 24 अगस्त, 2005 को ही अपने इरादे साफ कर दिए थे। लेकिन जब मैंने आरोप लगाया कि वे अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े और अति पिछड़ों के आरक्षण कोटा में से पांच प्रतिशत एक समुदाय (संप्रदाय) विशेष को दे देंगे, तो वे अपना आपा खो बैठे। भारतीय संविधान के निर्माता भी धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे।"

इस बीच भाजपा ने शनिवार को पटना से प्रकाशित कई समाचार पत्रों में नीतीश के 24 अगस्त, 2005 को संसद में दिए भाषण के अंश भी विज्ञापन के तौर पर प्रकाशित करवाया है। दरअसल, विकास-विकास की रट लगाकर थक चुके भाजपा को लगता है कि इस चुनाव में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण ही उसका बेड़ा पार लगा सकता है। भाजपा के लिए विडंबना यह है कि बिहार का मूड कभी भी सांप्रदायिक नहीं रहा है।

Latest India News