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AAP मंत्री सत्येंद्र जैन को आयकर विभाग का नोटिस, हवाला कारोबार का आरोप

आयकर विभाग ने AAP के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को नोटिस भेजा है। उन पर हवाला के ज़रिए 17 करोड़ के लेनदेन का आरोप है। सत्येंद्र जैन की 4 कंपनियों की जांच होगी। आयकर विभाग

Satyendra Jain- India TV Hindi Satyendra Jain

आयकर विभाग ने AAP के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को नोटिस भेजा है। उन पर हवाला के ज़रिए 17 करोड़ के लेनदेन का आरोप है। सत्येंद्र जैन की 4 कंपनियों की जांच होगी।

आयकर विभाग के मुताबिक सत्येंद्र जैन की चार कंपनियां हैं, इंडो मेटल इंपेक्स, अकिंचन डेवलेपर्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफो सॉल्युशन औऱ मंगलायतन प्रोजेक्ट। विभाग का कहना है कि सत्येंद्र जैन ने पिछले पांच साल में अपनी चारों कंपनियों के जरिये करीब 17 करोड़ रुपये कैश कोलकाता के एक हवाला कारोबारी जीवेंद्र मिश्र को भिजवाए और इसके बाद उन्होंने जीवेंद्र मिश्र से उसकी कंपनियों के नाम के 17 करोड़ के चेक ले लिए। 

हालांकि जब सत्येंद्र जैन से पूछा गया तो उन्होंने इन आरोपों को बकवास बताया और सफाई दी कि आयकर विभाग ने उन्हें बतौर गवाह बुलाया है ना कि बतौर आरोपी। सत्येंद्र जैन ने ये माना कि वो इन कंपनियों से जुड़े हुए थे लेकिन पिछले चार साल से उनका कंपनियों से कोई संबंध नहीं है।

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक हवाला का ये कारोबार पिछले पांच साल से लगातार चल रहा था लेकिन पिछले दिनों कोलकाता के हवाला कारोबारी जीवेंद्र मिश्र के रिकॉर्ड खंगालते हुए आईटी अफसरों को सत्येंद्र जैन के काले कारोबार का पता चला। तलाश में पता चला कि उसके सत्येंद्र जैन के कारोबारी रिश्ते हैं। छानबीन में पता चला कि सत्येंद्र दिल्ली से कैश कोलकाता भेजते थे और फिर जीवेंद्र अपनी कंपनियों के नाम का चेक सत्येंद्र जैन को भेजता था।

सबूत के तौर पर इनकम टैक्स ने कोलकाता के हवाला कारोबारी जीवेन्द्र मिश्र का बयान रिकॉर्ड किया है जिसमें उसने सत्येंद्र जैन के हवाला कारोबार का जिक्र किया है। 

हवाला के इस नेक्सस का खुलासा होने के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सत्येंद्र जैन के इनकम टैक्स रिटर्न को खंगाला... अभी तक ये मामला काली कमाई का था... लेकिन जांच के बाद एक और फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। पता चला है कि सत्येंद्र जैन ने 17 करोड़ के ट्रांजेक्शन के लिए फर्जी invoice बनाए थे जिनके जरिये उन्होंने 17 करोड़ की कमाई दिखाई।

अपनी सफाई में सत्येंद्र जैन ने कहा कि वो किसी जीवेंद्र मिश्र को नहीं जानते हैं। और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। 

इनकम टैक्स की अब तक की जांच में ये बात भी सामने आई है कि जीवेंद्र मिश्र की कंपनियों से सत्येंद्र जैन को जो चेक मिले उससे उन्होंने Unauthorised कॉलोनियों के पास जमीन खरीदीं। 

आईटी डिपार्टमेंट ने करीब 40 दिन पहले सत्येंद्र जैन को नोटिस भेजा था लेकिन सत्येंद्र जैन ने उसका कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद पिछले शुक्रवार को फिर से नोटिस भेजकर 4 अक्टूबर को इनकम टैक्स के सामने पेश होने को कहा गया है। 

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