A
Hindi News भारत राजनीति सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय संघ को देना सेना का अपमान: मायावती

सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय संघ को देना सेना का अपमान: मायावती

मायावती ने सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में की गयी सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय कथित रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को देने वाले रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान को सेना का अपमान करार दिया है।

'mayawati lashes out at manohar parrikar on surgical strike...- India TV Hindi 'mayawati lashes out at manohar parrikar on surgical strike remark

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (BSP) मुखिया मायावती ने सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में की गयी सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय कथित रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को देने वाले रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान को सेना का अपमान करार दिया है।

मायावती ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि पर्रिकर द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकवादियों के शिविरों को तबाह करने की सेना की कार्रवाई का श्रेय पूरी तरह से सेना को ही देने के बजाय पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को और अब संघ को दिया जाना भारतीय सेना के पराक्रम का अपमान है, जो अति-निन्दनीय है।

उन्होंने कहा कि भाजपा और देश के रक्षामंत्री और स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा इसका श्रेय लेकर राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास करना और उत्तर प्रदेश तथा कु अन्य राज्यों में जल्द ही होने वाले विधानसभा आम चुनाव में घोषित तौर पर भाजपा द्वारा इसका चुनावी लाभ उठाने की कोशिश गलत व निन्दनीय है।

प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जगजाहिर है कि संघ एक सर्वमान्य संस्था नहीं है, क्योंकि इसका एजेण्डा नफरत पर आधारित विभाजनकारी तथा विघटनकारी है। इतना ही नहीं, अपने आपको सांस्कृतिक संस्था घोषित करने वाले संघ के लोग हमेशा राजनीतिक उद्देश्य से ही काम करते हैं। अब तो उनके कार्यकर्ता खुले तौर पर भाजपा और उसकी सरकार में शामिल हैं।

मायावती ने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश में अपनी दयनीय स्थिति को लेकर परेशान है। इसी वजह से वह अब हर प्रकार से देशभक्ति व राष्ट्रवाद के विषयों की आड़ में राजनीति कर रही है।

मालूम हो कि रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कल अहमदाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शिक्षा को देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री और वह खुद संघ के प्रशिक्षण की वजह से इस सैन्य कार्रवाई का कड़ा फैसला ले सके।

Latest India News