A
Hindi News भारत राजनीति Pegasus मामला: BJP ने कांग्रेस को याद दिलाई प्रणब मुखर्जी की चिट्ठी, चिदंबरम पर लगा था Bugging का आरोप

Pegasus मामला: BJP ने कांग्रेस को याद दिलाई प्रणब मुखर्जी की चिट्ठी, चिदंबरम पर लगा था Bugging का आरोप

पूर्व संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पैगसस जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर केंद्र सरकार का बचाव करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस का तो इतिहास ही जासूसी का रहा है।

Pegasus case: BJP reminds Congress of Pranab Mukherjee's letter, Chidambaram was accused of bugging- India TV Hindi Image Source : PTI रविशंकर प्रसाद ने पेगासस जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस आरोप लगाया कि उसका तो इतिहास ही जासूसी का रहा है।

नई दिल्ली: पूर्व संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पैगसस जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर केंद्र सरकार का बचाव करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस का तो इतिहास ही जासूसी का रहा है। यह देश विरोधी एजेंडा चलाने वालों की साजिश है। उन्होंने सवाल किया कि जासूसी कांड का बखेड़ा संसद के मानसून सत्र के पहले क्यों खड़ा किया गया? उन्होंने कहा कि देश में फोन टैपिंग को लेकर सशक्त कानून हैं। इन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए टैपिंग हो सकती है। सरकार पर स्तरहीन आरोप लगाए गए हैं। 

रविशंकर प्रसाद ने कहा, "भाजपा पर ऐसे स्तरहीन आरोप लगाए हैं जो राजनीतिक शिष्टाचार और मर्यादा से परे हैं। क्या कांग्रेस पार्टी का भी यह स्तर हो गया है, लेकिन क्या कहा जाए, आज के नेतृत्व में जो कांग्रेस पार्टी बालाकोट और उड़ी में देश के जवानों की शहादत का सबूत मांगती है उससे और क्या अपेक्षा की जाए। जो कांग्रेस पार्टी आज तक गलवान को लेकर देश मे आशंका का माहौल बनाती है, जबकि पूरी दुनिया ने इस बात को स्वीकार किया कि भारतीय सेना ने प्रभावी प्रदर्शन किया, उस कांग्रेस पार्टी से और क्या अपेक्षा की जाए।"

उन्होने आगे कहा, "वो कांग्रेस पार्टी जिसके तत्कालीन वित्त मंत्री और बाद में भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखते हैं कि हमारे फोन की बगिंग हो रही है उस समय के गृह मंत्री चिदंबरम के द्वारा उस कांग्रेस पार्टी से क्या उम्मीद की जाए। वो कांग्रेस पार्टी जिसका इतिहास रहा है कि हरियाणा के 2 सिपाही, स्वर्गीय चंद्रशेखर की सरकार में राजीव जी के आसपास देखे गए तो स्वर्गीय चंद्रशेखर जी सरकार गिरा दी गई।"

उन्होने आगे कहा, "2013 में खबरें छपी हैं कि हजारों लोगों का फोन टैप होता था, आरटीआई की क्वेरी हुई है, बगिंग होती थी। भाजपा कांग्रेस पार्टी के सारे आरोपों को सिरे से खारिज करती है, यह शर्मनाक, मर्यादाविहीन और भारत के राजनीतिक स्तर में एक नई गिरावट है। पेगासस की कहानी का संकेत आईटी मंत्री वैष्णव ने दिया था। यह सारी कहानी मानसून सत्र के पहले ही क्यों शुरू होती है, क्या कुछ लोग योजनावद्ध तरीके से लगे हुए थे कि क्या यह कहानी मानसून सत्र से पहले ही फोड़नी है कि देश के आगे एक नया माहौल बनाया जाए।"

रविशंकर प्रसाद ने कहा, "एक संस्था का नाम आया है वायर, क्या यह सच्चाई नहीं कि उनके द्वारा बहुत सी कहानियां गलत पाई गई। महाराष्ट्र के एक जज को लेकर कहानी बनाई गई। एमेनेस्टी क्या है, उसका कई मामलों में भारत विरोधी एजेंडा रहा है या नहीं रहा है। उनसे जब एक सवाल पूछा गया कि आप भारत में फंडिंग पैट्रन जो विदेश से आता है उसके बारे में बताएं, ऐसा पूछने पर वे भारत को छोड़कर चले गए।"

रविशंकर प्रसाद ने कहा, "जिन लोगों ने स्टोरी को ब्रेक किया उन्होंने खुद कहा है कि फोन नंबर का डाटाबेस में होना इस बात का सबूत नहीं है कि इसे हैक किया गया, ये सारी कहानी मानसून सत्र के एक दिन पहले क्यों खोली गई, इसके पीछे का ऐजेंडा क्या है। जो पेगासेस के मैन्युफैक्चरर हैं उन्होंने साफ कहा है कि उनके अधिकांश क्लाइंट पश्चिमी देशों से हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की सारी टिप्पणी तो ट्वीट पर रहती है, उनके बारे में और कोई क्या जानना चाहेगा।"

बता दें कि मीडिया संस्थानों के अंतरराष्ट्रीय संगठन ने खुलासा किया है कि केवल सरकारी एजेंसियों को ही बेचे जाने वाले इजराइल के जासूसी साफ्टवेयर के जरिए भारत के दो केन्द्रीय मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं और एक न्यायाधीश सहित बड़ी संख्या में कारोबारियों और अधिकार कार्यकर्ताओं के 300 से अधिक मोबाइल नंबर हो सकता है कि हैक किए गए हों। यह रिपोर्ट रविवार को सामने आई है।

ये भी पढ़ें

Latest India News