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Hindi News भारत राजनीति पीएम मोदी को घेरने को लेकर राहुल गांधी और आरपीएन सिंह में नहीं बनी सहमति: सूत्र

पीएम मोदी को घेरने को लेकर राहुल गांधी और आरपीएन सिंह में नहीं बनी सहमति: सूत्र

कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने के तरीके को लेकर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह के बीच असहमति देखी गई।

Rahul Gandhi and RPN Singh, Rahul Gandhi, RPN Singh, Rahul Gandhi PM Modi, RPN Singh PM Modi- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने के तरीके को लेकर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह के बीच असहमति देखी गई।

नई दिल्ली: कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने के तरीके को लेकर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह के बीच असहमति देखी गई। सूत्रों के मुताबिक, आरपीएन सिंह ने कहा कि पार्टी को नरेंद्र मोदी पर निशाना साधना चाहिए न कि पीएमओ नाम की संस्था पर। इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि मोदी ही वह शख्स हैं जो सारी नीतियां बनाते हैं तो उनपर निशाना साधने की बजाय किसी और को क्यों कटघरे में खड़ा किया जाए। राहुल ने बैठक में कहा कि वह पीएम मोदी को घेरना जारी रखेंगे।

गहलोत की मांग, राहुल को फिर बनाया जाए अध्यक्ष
सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक के अंत में प्रस्ताव रखा कि राहुल गांधी को एक बार फिर कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाए। गहलोत ने कहा कि यह वक्त का तकाजा है कि राहुल को एक बार फिर से पार्टी की कमान सौंपी जाए। भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने भी गहलोत के इस प्रस्ताव का समर्थन किया। बैठक में राजीव सातव ने कहा कि कांग्रेस के सीनियर नेताओं को भी मोदी पर निशाना साधना चाहिए, जिसके जवाब में आनंद शर्मा ने उन्हें यह कहते हुए चुप करा दिया कि संसद के रिकॉर्ड में दर्ज है कि कितनी बार वरिष्ठ नेताओं ने पीएम मोदी को घेरा है।

भारत-चीन गतिरोध पर पीएम के बयान पर भी हुई बात
CWC ने भारत-चीन गतिरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया टिप्पणी को चीनी रुख को बल देने वाला बयान करार देते हुए मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री की बातों का ‘दूरगामी प्रभाव’ होगा। CWC ने एक बयान में यह सवाल भी किया कि सरकार लद्दाख में चीनी कब्जे से भारतीय जमीन के मुक्त कराने और पूर्व यथास्थिति बहाल करने के लिए क्या कदम उठाएगी? बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से CWC की बैठक हुई जिसमें भारत-चीन गतिरोध, कोविड संकट, अर्थव्यवस्था की स्थिति और पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी पर चर्चा की गई।

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