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Hindi News भारत राजनीति Congress CWC : बीजेपी सिर्फ अपने फायदे के लिए महात्मा गांधी के नाम का इस्तेमाल करती है: राहुल गांधी

Congress CWC : बीजेपी सिर्फ अपने फायदे के लिए महात्मा गांधी के नाम का इस्तेमाल करती है: राहुल गांधी

राहुल की अगुवाई वाले इस अभियान में कांग्रेस बीजेपी गद्दी छोड़ो का नारा देगी। कांग्रेस के रणनीतिकारों ने इसके लिए खास तौर पर महात्मा गांधी के वर्धा आश्रम को चुना है। कांग्रेस के दिग्गज पहले से ही वर्धा आश्रम में पहुंच चुके हैं।

Rahul Gandhi- India TV Hindi Image Source : ANI Rahul Gandhi

नई दिल्ली: आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती है और आज से ही कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ने की शुरुआत कर ही है। गांधी की विरासत को संभाले रखने की कोशिश कर रही कांग्रेस ने कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की मीटिंग के लिए महाराष्ट्र के वर्धा के गांधी आश्रम को चुना है। गांधी जयंती को जहां मोदी सरकार स्वच्छता दिवस के तौर पर मनाकर सुर्खियां बटोर रही है तो वहीं कांग्रेस आज से एक नया अभियान छेड़ रही है।

राहुल की अगुवाई वाले इस अभियान में कांग्रेस बीजेपी गद्दी छोड़ो का नारा देगी। कांग्रेस के रणनीतिकारों ने इसके लिए खास तौर पर महात्मा गांधी के वर्धा आश्रम को चुना है। कांग्रेस के दिग्गज पहले से ही वर्धा आश्रम में पहुंच चुके हैं। आज सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह भी मौजूद हैं।

Congress CWC LIVE Updates

-हिंदुस्तान के हर प्रदेश का किसान हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री से कहता है, हमारा कर्जा माफ कीजिये| लेकिन प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री जी साफ़ इंकार कर देते हैं : राहुल गांधी
-नरेन्द्र मोदी जी ने युवाओं से हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था और आप सब जानते हैं यह पूरी तरह झूठ निकला : राहुल गांधी​


-गांधी जी ने अपनी पूरी जिंदगी में न किसी से नफरत की, न किसी से हिंसा की, न किसी के बारे में गलत बोला : राहुल गांधी
-गांधी जी की मूर्ति के सामने जा कर हाथ जोड़ते हैं, मगर जिस विचार, सत्य और अहिंसा के लिये गांधी जी ने अपनी जान दी| मोदी जी रोज उसके खिलाफ लड़ते हैं : राहुल गांधी
-कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में ‘‘घृणा और हिंसा की विचारधारा के खिलाफ दूसरे स्वतंत्रता संग्राम’’ का आह्वान किया जिसके चलते ‘‘महात्मा गांधी की हत्या हुई।’’
-कांग्रेस कार्य समिति ने किसानों के खिलाफ बल प्रयोग की निंदा की, उनके अधिकारों की खातिर लड़ने का संकल्प लिया । 

- महाराष्ट्रः महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्धा में कर रहे हैं पदयात्रा।


-बीजेपी सिर्फ अपने फायदे के लिए महात्मा गांधी के नाम का इस्तेमाल करती है: राहुल गांधी
-किसानों पर कांग्रेस कार्यसमिति में प्रस्ताव पास। गांधी और शास्त्री के जन्मदिन के दिन किसानों पर लाठीचार्ज निंदनीय है
-कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू, उठेगा किसानों का मसला
-सेवाग्राम प्रार्थना सभा पहुंचे सोनिया, राहुल, मनमोहन सहित 150 कांग्रेस पदाधिकारी
-महादेव सभा गृह में 1942 के बाद सीडब्ल्यूसी की बैठक हो रही है
-सेवाग्राम में महादेव सभा गृह हैं  जहां पर भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव तैयार किया गया था
-राहुल गांधी, मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी बापू कुटी के रसोई में करेंगे भोजन
-बापू कुटी में राहुल गांधी के लिए विशेष तौर पर दो तरीके का भोजन बनाया गया है
-राहुल गांधी के लिए वाइल्ड वेज, ग्रीनवेज, दाल, चावल, दही और मिठाई बनाई जा रही है

वर्धा से पहले राहुल गांधी दिल्ली में राजघाट पर बापू को श्रद्धांजलि देंगे, इसके बाद वर्धा में सुबह सवा 11 बजे बापू कुटी में प्रार्थना होगी। साढ़े 12 बजे सीडब्ल्यूसी की मीटिंग होगी। दोपहर बाद दो बजकर 45 मिनट पर कलेक्टर ऑफिस से पैदल मार्च शुरू होगा जो सर्कस ग्राउंड तक जाएगा और करीब पौने चार बजे सर्कस ग्राउंड में कांग्रेस की संकल्प रैली होगी।

इस अवसर पर कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने बताया, ‘‘गांधीजी की जयंती पर राहुल गांधी की अध्यक्षता में सीडब्ल्यूसी बीजेपी और नरेंद्र मोदी के शासन में मौजूदा सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक माहौल पर चर्चा की जाएगी, और बापू के आश्रम से गांधीजी के प्रेम, अहिंसा और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश भेजा जाएगा। इसी आश्रम में बापू ने अपने जीवन के आखिरी 12 साल बिताए थे।

उन्होंने कहा, ‘‘महात्मा गांधी का संदेश आज के भारत में भी महत्व रखता है जिसे बीजेपी और संघ द्वारा फैलायी जा रही नफरत और सांप्रदायिक हिंसा की राजनीति जकड़ रही है। कांग्रेस के आला नेता दो अक्टूबर को दिल्ली में गांधीजी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उनके वर्धा आश्रम में एक प्रार्थना सभा में भाग लेंगे।

आपको बताते हैं कि 2019 की सियासत के लिए कांग्रेस ने वर्धा को ही क्यों चुना है? बापू ने अपने जीवन के आखिरी 12 सालों में वर्धा को ही कर्मभूमि बनाया था। 1936 से ही गांधी जी की गतिविधियां वर्धा से चलने लगी थीं। 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की योजना भी वर्धा आश्रम में ही बनी थी और जाति बंधन तोड़ने के लिए गांधी जी ने इस आश्रम में हरिजनों की नियुक्ति की थी।

ये गांधी की विरासत की जंग है। मोदी सरकार गांधी जयंती को स्वच्छता से जोड़ कर पूरे देश में प्रोग्राम कर रही है। ऐसे में कांग्रेस खुद को हाशिए पर नहीं देखना चाहती और इसीलिए पार्टी के इस मेगा प्रोग्राम के लिए गांधी के वर्धा आश्रम को चुना गया है।

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