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BJP के नए प्रदेशाध्यक्ष के रूप में आसान नहीं है राकेश सिंह की राह, ये हैं चुनौतियां

राज्य में पिछले दिनों हुए चार विधानसभा क्षेत्रों के उप-चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद से संगठन में बदलाव के स्वर मुखर होने लगे थे...

<p>rakesh singh</p>- India TV Hindi rakesh singh

भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के तौर पर सांसद राकेश सिंह की ताजपोशी कांटों भरे ताज से कम नहीं है। उनके सामने सत्ता विरोधी माहौल के साथ पार्टी के भीतर की गुटबाजी जैसी बड़ी चुनौतियां हैं, जिनका उन्हें सामना करना होगा।

भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व में राज्य के कमजोर संगठन को लेकर खासी चिंता रही है, यही कारण है कि उसकी ओर से लंबे अरसे से नए अध्यक्ष की तलाश जारी थी। निवर्तमान अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान का लगभग नौ माह का कार्यकाल बचा था, इसके बावजूद उन्हें पद छोड़ने को कहा गया, क्योंकि विधानसभा का चुनाव इस साल होने वाला है। पार्टी नेतृत्व को इस बात का अंदेशा था कि चौहान की कमजोर संगठन क्षमता के चलते चुनाव जीतना आसान नहीं होगा।

महाकौशल के राजनीतिक विश्लेषक मनीश गुप्ता ने कहा, "राकेश सिंह के राष्ट्रीय स्तर के भाजपा नेताओं से लेकर राज्य के मुख्यमंत्री तक से मधुर संबंध हैं, साथ ही उनमें संगठन क्षमता अन्य नेताओं से बेहतर है, वे निर्विवाद हैं। लिहाजा उनकी इन्हीं खूबियों को देखते हुए उन्हें पार्टी की कमान सौंपी गई है। यह सही बात है कि आगामी विधानसभा चुनाव सिंह के लिए एक बड़ी चुनौती होगा।"

राज्य में पिछले दिनों हुए चार विधानसभा क्षेत्रों के उप-चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद से संगठन में बदलाव के स्वर मुखर होने लगे थे। राज्य से नाता रखने वाले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कुछ नेता संगठन को लेकर सवाल उठाते रहे, जिसके परिणामस्वरूप आखिर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अध्यक्ष के बदलाव के लिए राजी हो गए।

भाजपा सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा कराए गए आंतरिक सर्वे और विभिन्न सर्वेक्षणों में चुनाव से पहले भाजपा की स्थिति के पक्ष में माहौल की बात सामने न आने के बाद से पार्टी नई रणनीति पर काम कर रही थी, उसी क्रम में अध्यक्ष में बदलाव किया गया है। राकेश सिंह राज्य के उन नेताओं में हैं, जो ज्यादा चर्चाओं में नहीं रहे और न ही अब तक किसी बड़े विवाद में उलझे हैं।

नवनियुक्त अध्यक्ष राकेश सिंह भी मानते हैं कि उनके सामने चुनौतियां कम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 का विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में वे पार्टी के कार्यकर्ता के सहयोग से पार्टी को जीत दर्ज कराएंगे। भाजपा के प्रदेश महामंत्री वी. डी. शर्मा का कहना है कि राकेश सिंह पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं, उनके नेतृत्व में पार्टी में नई उर्जा का संचार होगा और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा एक बार फिर जीत अवश्य हासिल करेगी।

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