A
Hindi News भारत राजनीति शरद यादव ने की सुषमा स्वराज की तारीफ, कहा- विदेश मंत्री की सेवा का सदुपयोग नहीं हो रहा

शरद यादव ने की सुषमा स्वराज की तारीफ, कहा- विदेश मंत्री की सेवा का सदुपयोग नहीं हो रहा

"मैं सुषमा स्वराज से सिर्फ यह अपील करना चाहता हूं कि आप देश के हित में काम करती रहिए, पूरा देश आपके साथ है।"

sharad-yadav-sushma-swaraj- India TV Hindi sharad-yadav-sushma-swaraj

नई दिल्ली: जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की तारीफ करते हुए कहा कि सुषमा बहुत ही सक्षम मंत्री हैं, लेकिन उनकी सेवा का उचित तरीके से उपयोग नहीं किया जा रहा है। यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र भी किया और उनकी कुशल विदेश नीति की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अब वह कुशलता गायब है। जद (यू) नेता ने कहा, "मेरा मानना है कि हमारे पास एक बहुत ही सक्षम विदेश मंत्री हैं, लेकिन उनकी सेवा का उचित ढंग से इस्तेमाल नहीं हो रहा है।" ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस

राज्यसभा में विदेश नीति पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, "मैं सुषमा स्वराज से सिर्फ यह अपील करना चाहता हूं कि आप देश के हित में काम करती रहिए, पूरा देश आपके साथ है।" शरद यादव ने कहा कि हालांकि भारत के पड़ोसियों से संबंध बदतर हुए हैं। डोकलाम मुद्दे पर उन्होंने कहा, "इन दिनों चीन से जो बयान आ रहे हैं, वह कष्टदायी हैं। जब तक हमारे देश के लोग आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होते, तब तक हमारे सुरक्षा बल मजबूत नहीं हो सकते।"

इंदिरा गांधी की प्रशंसा करते हुए यादव ने कहा, "मैं इंदिरा गांधी के समय में जेल में था। लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि उन्होंने बड़ी चालाकी से सिक्किम को नियंत्रण में लिया और किसी को भनक तक नहीं लगी। यह भी सच है कि रूस हमेशा हमारे साथ खड़ा रहा है और अमेरिका भी। लेकिन आज हालात अलग हैं।" उन्होंने कहा, "आप कहते हैं कि सेना को मजबूत किया जाएगा, यदि धन नहीं होगा तो आप ऐसा कैसे करेंगे और सबसे बड़ी बात कि रक्षा सौदे में ही भ्रष्टाचार है।"

शरद ने कहा कि कि पूरा देश आपके साथ है, अगर जरूरत पड़ी तो हम हाथ-पैर से भी लड़ने को तैयार हैं। यादव ने कहा कि देश में बढ़ रही बेरोजगारी, भुखमरी और निरक्षरता दुश्मन देशों से ज्यादा खतरनाक है। उन्होंने कहा कि देश के भीतर किसान आत्महत्या कर रहे हैं और अल्पसंख्यक लोग भयभीत हैं। ऐसे में सीमाओं की सुरक्षा पर खतरा बढ़ना लाजिमी है।

इसका विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने माकूल जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इतने देश साथ देते हैं, फिर भी आप कहते हैं कि हम अकेले खड़े हैं। जर्मनी, ब्रिटेन, अमेरिका और रूस हमारे साथ हैं। हम रमुआ नहीं हैं। जैसा शरद यादव जी ने कहा था। उन्होंने कहा कि पेरिस एग्रीमेंट पर ट्रम्प के बयान पर मोदी ने कहा था कि हम पांच हजार साल पुराने देश हैं। संसदीय मर्यादा का पालन करें। ट्रम्प जो बोले वो तो याद रखते हैं, लेकिन मोदी जो बोलते हैं, वो याद नहीं रखते।"

ये भी पढ़ें: अगर सांप काटे तो क्या करें-क्या न करें, इन बातों का रखें ध्यान...
इस राजा की थी 365 रानियां, उनके खास महल में केवल निर्वस्‍त्र हीं कर सकते थे एंट्री

Latest India News