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Hindi News भारत राजनीति ये क्या कर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, क्या उन्हें अब गंवानी पड़ेगी कुर्सी!

ये क्या कर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, क्या उन्हें अब गंवानी पड़ेगी कुर्सी!

कहा जाता है कि जिस राजनेता ने भी नर्मदा नदी को लांघा है, उसे अपनी सत्ता गंवानी पड़ी है। इलाके में चर्चा है कि इसी मिथक के चलते पीएम मोदी के लिए डिंडोरी जिले में अमरकंटक से आठ किलोमीटर की दूरी पर हेलिपैड बनाया गया।

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इंदिरा गांधी - 1982 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जब अमरकंटक के दौरे पर आईं, तो उसके दो साल बाद ही 1984 में उनकी हत्या हो गई।

अर्जुन सिंह - मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह अपने कार्यकाल के दौरान यहां आये थे और बाद में उन्हें कांग्रेस ही छोड़नी पड़ी।

उमा भारती - मौजूदा समय में केंद्र सरकार में मंत्री उमा भारती जब एमपी की सीएम थी, तब 2004 में वह यहां आईं थी, और उसके बाद ही उन्हें कुर्सी से हटना पड़ा था।

भैरोसिंह शेखावत - पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमरकंटक हेलिकॉप्टर से आए, लेकिन उसके बाद उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी।

सुंदरलाल पटवा - मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा बाबरी मस्जिद ध्वंस के मामले से पहले यहां आये थे,और उस यात्रा के बाद उनकी कुर्सी चली गई थी।

ऐसा सिर्फ अमरकंटक के लिए ही नहीं है, बल्कि यूपी के नोएडा के लिए भी कहा जाता है। कहते हैं कि यूपी के कई मुख्यमंत्री नोएडा की यात्रा के तुरंत बाद अपनी कुर्सी गंवा दी हैं। जैसे 1988 में पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह को नोएडा यात्रा के कुछ दिन बाद ही कुर्सी गंवानी पड़ी थी। इसके बाद 1989 में एनडी तिवारी को भी कुर्सी गंवानी पड़ी। 1995 में नोएडा आने के बाद मुलायम सिंह को भी सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। 1997 में मायावती को नोएडा यात्रा के बाद अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था।

1999 में कल्याण सिंह के साथ भी ऐसा ही हुआ। 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी मायावती को सत्ता गंवानी पड़ी थी। वह दलित प्रेरणा स्थल के उद्घाटन के लिए 2011 में नोएडा आई थीं।

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