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बिहार और यूपी विधान परिषद चुनाव के लिए बीजेपी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, इन्हें मिला टिकट

भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने बिहार और उत्तर प्रदेश विधान परिषद चनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है।

बीजेपी- India TV Hindi Image Source : FILE बीजेपी

नई दिल्ली, लखनऊ : उत्तर प्रदेश और बिहार में विधान परिषद् चुनावों के लिए बीजेपी ने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। केंद्रीय चुनाव समिति की ओर से मुहर लगने के बाद आज उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी गई। बता दें कि उत्तर प्रदेश में 13 एमएलसी का कार्यकाल  पांच मई को समाप्त हो रहा है। बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ दस और सपा तीन एमएलसी बना सकती है। बीजेपी ने तीन मौजूदा एमएलसी को दोबारा उम्मीदवार बनाया हैं। ये हैं विजय बहादुर पाठक,महेंद्र कुमार सिंह और अशोक कटारिया। ये तीनों फिलहाल एमएलसी हैं।

उत्‍तर प्रदेश 

उत्‍तर प्रदेश में विधान परिषद चुनाव में बीजेपी ने जिन उम्मीदवारों को टिकट दिया है उससे ऐसा लगता है कि क्षेत्रीय और जातीय संतुलन भी साधने की कोशिश की गयी है। भारतीय जनता पार्टी के राष्‍ट्रीय महासचिव अरुण सिंह द्वारा जारी की गयी विधान परिषद उम्मीदवारों की सूची में विजय बहादुर पाठक, डॉक्टर महेंद्र कुमार सिंह, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल, धर्मेन्‍द्र सिंह, रामतीरथ सिंघल और संतोष सिंह के नाम हैं। इनमें ज्यादातर नाम संगठन से जुड़े हैं। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक, पूर्व मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह और अशोक कटारिया 18 मई 2018 को विधान परिषद सदस्य चुने गये थे और पांच मई 2024 को इन तीनों का कार्यकाल समाप्त होगा। इसके अलावा पश्चिमी क्षेत्र के भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, प्रदेश भाजपा मीडिया के सह प्रभारी धर्मेन्‍द्र सिंह, झांसी के पूर्व महापौर राम तीरथ सिंघल और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह को पहली बार मौका दिया गया है।

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा ने निकट भविष्य में होने वाले लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत इन उम्मीदवारों के जरिये क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधने की कोशिश की है। मसलन प्रत्याशियों के चयन में जहां दो क्षत्रिय (राजपूत) डाक्टर महेन्द्र सिंह एवं संतोष सिंह, एक ब्राह्मण विजय बहादुर पाठक, एक भूमिहार धर्मेद्र सिंह, एक गुर्जर अशोक कटारिया, एक जाट मोहित बेनीवाल और एक वैश्य रामतीरथ सिंघल को मौका दिया है वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश का भी संतुलन बनाया गया है। धर्मेन्‍द्र सिंह (वाराणसी), विजय बहादुर पाठक (गोरखपुर) और संतोष सिंह (बस्ती) के निवासी हैं, जबकि महेंद्र सिंह (प्रतापगढ़ एवं लखनऊ) के हैं। मोहित बेनीवाल और अशोक कटारिया पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आते हैं एवं रामतीरथ सिंघल झांसी (बुंदेलखंड) के रहने वाले हैं। विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 11 मार्च को समाप्त हो जाएगी और 14 मार्च को नामांकन पत्रों को वापस लेने की आखिरी तारीख तय की गयी है। अगर जरूरी हुआ तो राज्य की 13 सीट के लिए 21 मार्च को मतदान होगा और उसी दिन शाम को मतगणना शुरू होगी और नतीजे भी घोषित किए जाएंगे।

बिहार

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार विधान परिषद की 11 सीट के द्विवार्षिक चुनाव लिए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय के अलावा दो नए चेहरों-- अनामिका सिंह और लाल मोहन गुप्ता को मैदान में उतारा है। लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए चुनावी मैदान में उतारे गए पांडेय ब्राह्मण समुदाय से हैं जबकि पार्टी की महिला इकाई से सक्रिय रूप से जुड़ी अनामिका सिंह राजपूत समुदाय से हैं। लाल मोहन गुप्ता अत्यंत पिछड़ा वर्ग से हैं। ऐसा लगता है कि तीनों की उम्मीदवारी में जाति और लिंग जैसे कारकों पर सावधानीपूर्वक विचार किया गया है। पांडेय ने 2013 से 2016 तक पार्टी की प्रदेश इकाई का नेतृत्व किया था और 2017 से 2022 तक नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विभाग संभाला था। इस महीने के अंत में उच्च सदन की 11 सीट के लिए द्विवार्षिक चुनाव होने हैं, जिसमें मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रमुख नीतीश कुमार की सीट भी शामिल है। भाजपा के सहयोगी कुमार ने कुछ दिन पहले जदयू के विधानपरिषद सदस्य खालिद अनवर के साथ अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था । अनवर को लगातार दूसरी बार पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है।

विधानसभा में अपनी संख्या कम होने के कारण, जदयू ने अपने पास मौजूद दो सीट पर अपना दावा छोड़ दिया है। इनमें से एक सीट संजय कुमार झा के पास थी, जो राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो गए हैं। भाजपा के पास 11 में से तीन सीट थीं और विधानसभा में उसकी मौजूदा ताकत के आधार पर इस बार वह आराम से चार सीट जीतने की स्थिति में थी। हालांकि भाजपा ने मंत्री संतोष सुमन को समर्थन देने का फैसला किया, जिनके हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास केवल चार विधायक हैं। पार्टी ने पांडेय को दोबारा चुनाव लड़ने का मौका देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन और संजय पासवान को इससे वंचित कर दिया है। भाजपा उम्मीदवारों द्वारा सोमवार 11 मार्च को नामांकन पत्र दाखिल करने की संभावना है। उस दिन नामांकन पत्र दाखिल करने वाले अन्य लोगों में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, अब्दुल बारी सिद्दीकी और सैयद फैसल अली (सभी राजद) और भाकपा माले की शशि यादव शामिल हैं। (इनपुट-भाषा)
 

 

 

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