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Hindi News भारत राजनीति धीरज साहू के रांची वाले घर में हैं 40 कमरे, लग्जरी गाड़ियों का जखीरा; 7वें दिन भी रेड जारी-VIDEO

धीरज साहू के रांची वाले घर में हैं 40 कमरे, लग्जरी गाड़ियों का जखीरा; 7वें दिन भी रेड जारी-VIDEO

धीरज साहू के घर पर आज रेड का 7वां दिन है। अभी तक 351 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद हो चुका है। साहू के रांची वाले घर की तस्वीर सामने आई है, जिसमें कतारों में खड़ी लग्जरी गाड़ियों को देखा जा सकता है।

धीरज साहू के रांची वाले घर पर लग्जरी गाड़ियां- India TV Hindi धीरज साहू के रांची वाले घर पर लग्जरी गाड़ियां

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के घर इनकम टैक्स की रेड अभी तक जारी है। आज रेड का 7वां दिन है। अभी तक 351 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद हो चुका है। वीडियो में आप धीरज साहू के रांची वाले घर को देख सकते हैं। गाड़ियों का जखीरा नजर आ रहा है। तमाम लग्जरी गाड़ियां हैं। बताया जाता है कि इस घर में 40 कमरे है। एक-एक कमरे को खंगाला जा रहा है, इसी वजह से देरी हो रही है।

छापेमारी में 351 करोड़ रुपये मिले

सात दिन पहले झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 9 ठिकानों पर इनकम टैक्स ने एक साथ छापा मारा था और तलाशी ली गई थी। छापेमारी में 351 करोड़ रुपये मिले। रांची में साहू के घर पर अभी भी गिनती जारी है। इसके अलावा सभी जगहों पर लगभग गिनती पूरी कर ली गई है। यह कार्रवाई एक रिकॉर्ड बन गई है। किसी भी एजेंसी की ओर से एक ही ऑपरेशन में अब तक सबसे ज्यााद नकदी बरामद की गई है।

6 दिसंबर से छापेमारी की कार्रवाई शुरू 

बता दें कि साहू ग्रुप पर टैक्स चोरी का आरोप है। इसी सिलसिले में 6 दिसंबर को छापेमारी की कार्रवाई शुरू हुई थी। अधिकारियों ने कुल 176 बैग में नकदी को रखा था। टैक्स चोरी के इस मामले में इनकम टैक्स के अधिकारी भी हैरान हैं। इससे पहले 2019 में कानपुर जीएसटी छापे में 257 करोड़ रुपये मिले थे। बताया जा रहा है कि रांची में गिनती के बाद आयकर विभाग धीरज साहू से 351 करोड़ कैश और बरामद ज्वैलरी के बारे में पूछताछ करेगा। साहू के परिजनों के यहां से भी काफी कैश मिला है। इन सभी को आयकर विभाग पूछताछ का नोटिस देकर आगे की कार्रवाई करेगा। ऑपरेशन पूरा होने के बाद उम्मीद है कि इनकम टैक्स विभाग पूरे ऑपरेशन पर जल्द कोई आधिकारिक बयान जारी करेगा।

दरअसल, किसी भी आयकर विभाग के छापे में आयकर विभाग तब तक कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं करता है, जब तक ऑपरेशन पूरा ना हो जाए। ऑपरेशन पूरा हो जाने पर आयकर विभाग संबंधित शख्स से कैश और तमाम रिकवरी का आधार पूछते हैं। इसके बाद जितने कैश और बरामद ज्वैलरी, प्रोपर्टी का सही ब्यौरा नहीं दिया जाता है, फिर वो सभी रिकवरी को सीज यानी जब्त कर लिया जाता है और बैंक में जमा करवा दिया जाता है।

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