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Hindi News भारत राजनीति चीन देश की अखंडता और सुरक्षा को खुलेआम चुनौती दे रहा लेकिन हमारी सरकार चुपचाप बैठी- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

चीन देश की अखंडता और सुरक्षा को खुलेआम चुनौती दे रहा लेकिन हमारी सरकार चुपचाप बैठी- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

भारतीय और चीनी सैनिकों की तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कुछ जवान घायल हो गए। पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से सीमा पर विवाद जारी है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे- India TV Hindi Image Source : FILE कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की घटना के बाद विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चीन के अतिक्रमण से भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को खुलेआम चुनौती दी जा रही है क्योंकि केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा, "चीन जनवरी, 2020 में दिए गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान की आड़ ले रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘‘किसी ने भी भारतीय क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है या हमारी किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं किया है।’’ खड़गे ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है और वह चाहते हैं कि आज के कामकाज को स्थगित कर इस मुद्दे पर चर्चा की जाए। 

हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खुलेआम प्रभावित किया जा रहा है- कांग्रेस 

इस नोटिस को पढ़ते हुए विपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को चीन के खुलेआम उल्लंघनों द्वारा प्रभावित किया जा रहा है, क्योंकि सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। लद्दाख के गलवान घाटी में हमारे सशस्त्र बलों की वीरता जगजाहिर है।’’ खड़गे ने दावा किया कि देपसांग में वाई जंक्शन तक अवैध और अकारण चीनी अतिक्रमण आज तक जारी है तथा पूर्वी लद्दाख के गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में चीनी अतिक्रमण की स्थिति भी ऐसी ही है। 

Image Source : fileकांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे

चीन सीमापर पर अन्य निर्माण कार्य कर रहा- कांग्रेस अध्यक्ष 

उन्होंने कहा, ‘‘इतना ही नहीं, पीएलए के डिवीजनल मुख्यालय, तोपखाने के लिए हथियार आश्रय, विमान-रोधी बंदूकें और बख्तरबंद वाहक सहित पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र के बगल में चीनी निर्माण की हमारी सरकार द्वारा लगातार अनदेखी की जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि इनके अलावा भी चीन सीमापर पर अन्य निर्माण कार्य कर रहा है। खड़गे ने कहा, ‘‘अप्रैल 2020 तक यथास्थिति सुनिश्चित करने की हमारी मांग के बावजूद, चीन ने हमारे क्षेत्र को खाली करने से इनकार कर दिया है और जानबूझकर हमारे प्रधानमंत्री के उस बयान की आड़ ले रहा है, जिसमें कहा गया था, 'किसी ने भी हमारे क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है या हमारे किसी भी क्षेत्र पर कब्जा नहीं किया है'।’’ 

'चीन की अवैध गतिविधियों पर सदन में तत्काल चर्चा की जरूरत'

उन्होंने कहा कि यहां तक कि हमारे क्षेत्र से पीछे हटने के लिए चीन के साथ चल रही बातचीत में भी गतिरोध बना हुआ है और कोई नई तारीख तय नहीं की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘इन सबके बीच, चीन द्वारा एलएसी के पार तवांग सेक्टर में हमारे क्षेत्र में घुसपैठ के अकारण प्रयास की खबरें और चिंताएं पैदा करती हैं।’’ खरगे ने कहा कि डोकलाम क्षेत्र से भी चीनी अतिक्रमण की इसी तरह की अपुष्ट खबरें आ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह भी सर्वविदित है कि जून 2017 में डोकलाम गतिरोध के बाद चीन ने बारहमासी सड़कों और बंकरों का निर्माण किया है, जो 'चिकन्स नेक' सेक्टर में हमारी सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो सकते हैं।’’ उन्होंने कहा कि चीनी अतिक्रमणों और उसकी अवैध गतिविधियों पर सदन में तत्काल चर्चा की मांग करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सरकार को हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के लिए बढ़ते चीनी खतरे के बारे में देश को अवगत कराना चाहिए।’’ 

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