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उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के 90 नए मामले आए, दो और मरीजों की मौत

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 90 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई तथा कोविड-19 संक्रमित दो और मरीजों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोविड-19 से सुल्तानपुर तथा मेरठ में एक-एक मरीज की मृत्यु हुई है।

90 new COVID-19 cases in UP, 2 more deaths- India TV Hindi Image Source : PTI उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 90 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 90 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई तथा कोविड-19 संक्रमित दो और मरीजों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोविड-19 से सुल्तानपुर तथा मेरठ में एक-एक मरीज की मृत्यु हुई है। इसके साथ ही राज्य में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 22,704 हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 90 नए मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। 

रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा 10 नए मरीज राजधानी लखनऊ में मिले हैं। इसके अलावा प्रयागराज में नौ तथा सुल्तानपुर में आठ मरीजों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राज्य में इस वक्त की 1,428 कोविड-19 संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में दो लाख 56 हजार 975 नमूने जांचे गए। 

वहीं, कांग्रेस ने कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर से निपटने की उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारी महज कागजों तक सीमित होने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार को अपनी तैयारियों का ब्लूप्रिंट (खाका) जनता के सामने रखना होगा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने यहां एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है, मगर उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारी दूसरी लहर की ही तरह केवल कागजों पर सीमित है। 

उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि पारदर्शी तरीके से जनता को विश्वास में लेते हुए कोरोना की तीसरी लहर के लिए की गई तैयारियों के बारे में बताए। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को अपनी तैयारियों का खाका जनता के सामने रखना होगा। लल्लू ने दावा किया कि रिपोर्टों के आधार पर बात करें तो देश में कोविड-19 वैक्सीनेशन में 60 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। तमाम राज्यों ने केंद्र सरकार से अपने यहां वैक्सीन की कमी होने की बात बताई है। 

उन्होंने कहा कि आधा जुलाई माह बीतने को है, लेकिन अभी तक जिलों में मांग के अनुरूप वैक्सीन की खुराक नहीं मिल रही है। राज्य में कोई भी दिन ऐसा नहीं बीता जब जिलों से वैक्सीन की किल्लत की खबर ना आए। विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की तैयारी के संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही थी कि चिकित्सीय सुविधाओं का विकेंद्रीकरण यानी सामुदायिक चिकित्सालय तक सरकार की तैयारी होनी चाहिए। इस मोर्चे पर सरकार पूरी तरह नाकाम नजर आती है।

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