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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के पिता का फूलचट्टी में हुआ अंतिम संस्कार, उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री हुए उपस्थित

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के पिता का फूलचट्टी में हुआ अंतिम संस्कार, उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री हुए उपस्थित

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ही पिता के अंतिम संस्कार में शामिल न होने की घोषणा की थी।

 CM Yogi Adityanath’s father last rites performed in pauri garhwal- India TV Hindi  CM Yogi Adityanath’s father last rites performed in pauri garhwal

देहरादून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का पौड़ी गढ़वाल जिले में फूलचट्टी गंगा तट पर मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत अंतिम संस्कार में शामिल हुए, उन्‍होंने वहां पहुंचकर पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा शोक संतृप्त परिवार को सांत्वना दी। रावत ने कहा कि बिष्ट जैसे समाजसेवी की कमी प्रदेश को हमेशा खलेगी और इनके द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों को सदैव याद रखा जाएगा।

गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ के पिता का सोमवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ही पिता के अंतिम संस्‍कार में शामिल न होने की घोषणा की थी। उन्‍होंने कहा था कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ जंग और लॉकडाउन की वजह से अपने राज्य में ही रुके रहने के लिए कर्तव्यबद्ध हैं।

 CM Yogi Adityanath’s father last rites performed in pauri garhwal

 87 वर्षीय बिष्ट यकृत की बीमारी से पीड़ित थे। उन्हें उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित एम्स से 13 मार्च को दिल्ली स्थित एम्स के गेस्ट्रो विभाग में भर्ती कराया गया था।  मुख्‍यमंत्री के पिता बिष्ट को आहारनली में रुकावट संबंधी गंभीर परेशानी थी। तबियत में संतोषजनक सुधार नहीं होने पर उन्हें एक अप्रैल से वेंटिलेटर पर रखा गया था। कुछ दिन पहले किडनी सहित शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों के काम करना बंद करने के बाद से ही उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।

मुख्यमंत्री योगी ने एक बयान में कहा कि अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, लेकिन कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्य बोध के कारण ऐसा नहीं हो पाया। लॉकडाउन को सफल बनाने और महामारी को परास्त करने की रणनीति के चलते 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में भाग नहीं ले पा रहा हूं।

योगी ने कहा कि अपने पूज्य पिता जी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख व शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिये समर्पित भाव से साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया।

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