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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में कपड़ा छोड़ने के मामले की जांच पूरी

ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में कपड़ा छोड़ने के मामले की जांच पूरी

सीटी स्कैन से ज्ञात हुआ कि नीलम के पेट में कोई बाहरी चीज है। पेट का ऑपरेशन किया गया तो उसमें से कपड़ा निकला, जो आंत से चिपक गया था और इससे आंत में छेद हो गया था। 

Investigation completed in case of leaving cloth in woman's stomach during operation ऑपरेशन के दौरान- India TV Hindi Image Source : PTI (FILE) Picture just for representation

शाहजहांपुर. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में ऑपरेशन के दौरान एक महिला के पेट में कपड़ा छोड़ने के मामले की जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई है। जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने रविवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि तिलहर क्षेत्र के रामापुर उत्तर निवासी मनोज ने आरोप लगाया था कि छह जनवरी को उसने अपनी पत्नी नीलम को राजकीय चिकित्सकीय कॉलेज में प्रसव के लिए भर्ती कराया था, जहां उसका ऑपरेशन किया गया। मनोज ने आरोप लगाया कि इसी दौरान डॉ.पंकज ने सुविधा शुल्क की मांग की तथा सुविधा शुल्क न देने के कारण ऑपरेशन के दौरान उसकी पत्नी के पेट में कपड़ा छोड़ दिया था।

जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जिम्मेदारी राजकीय चिकित्सकीय कॉलेज के प्राचार्य को सौंपी गई और प्राचार्य ने जांच रिपोर्ट शनिवार शाम को उनके कार्यालय में भेज दी। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट का अध्ययन करने के पश्चात दोषी के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि शाहजहांपुर जिले की रहने वाली नीलम ने राजकीय चिकित्सकीय कॉलेज में छह जनवरी को ऑपरेशन के दौरान एक बेटी को जन्म दिया था। महिला के पति का आरोप है कि इस ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने नीलम के पेट में कपड़ा छोड़ दिया था, जिसके बाद उसे दर्द की शिकायत हुई और यहां के एक निजी चिकित्सकीय कॉलेज में उसका ऑपरेशन करके कपड़ा निकाला गया।

शिकायत में कहा गया है कि इस दौरान नीलम की आंत में छेद हो जाने और संक्रमण के कारण उसकी आंत फट गई और लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में उसका पुनः ऑपरेशन किया गया। इसके बाद 26 जुलाई को नीलम की लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में ही इलाज के दौरान मौत हो गई।

राजकीय चिकित्सकीय कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार ने बताया के मामले की जांच के लिए डॉ.सरोज समेत तीन चिकित्सकों की एक टीम बनाई गई थी, जिसने जांच पूरी होने के बाद अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय को शनिवार को भेज दी।

इस बीच, वरुण अर्जुन चिकित्सकीय कॉलेज के प्राचार्य डॉ ए के त्रिवेदी ने बताया कि नीलम (30) इसी वर्ष जून के अंतिम सप्ताह में उनके अस्पताल आई थी और उसे पेट में लगातार दर्द की शिकायत थी। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों ने जब उसका परीक्षण किया तो उसके पेट में ऑपरेशन वाली जगह से पस तथा मल निकल रहा था। 

उन्होंने बताया कि इसके बाद सीटी स्कैन से ज्ञात हुआ कि नीलम के पेट में कोई बाहरी चीज है। पेट का ऑपरेशन किया गया तो उसमें से कपड़ा निकला, जो आंत से चिपक गया था और इससे आंत में छेद हो गया था। राजकीय चिकित्सकीय कॉलेज के सूत्रों ने बताया कि आरोपी डॉ पंकज जांच समिति के समक्ष उपस्थित नहीं हुए और उन्होंने बृहस्पतिवार को मेल के जरिए अपना पक्ष जांच समिति को बताया, जिसमें उसने ऑपरेशन करने की बात स्वीकार की है तथा यह भी कहा कि उसने ऑपरेशन अपने वरिष्ठ डॉक्टर को बताकर किया था। 

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