A
Hindi News भारत उत्तर प्रदेश 'गांव आए तो बिछा देंगे लाशें' थाने फोन करके विकास दुबे ने दी थी पुलिस को धमकी

'गांव आए तो बिछा देंगे लाशें' थाने फोन करके विकास दुबे ने दी थी पुलिस को धमकी

दरोगा कृष्ण कुमार शर्मा ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि विकास दुबे ने घटना के एक दिन पहले शाम को चार बजे चौबेपुर थाने में फोन करके धमकी दी थी

<p>Kanpur Police</p>- India TV Hindi Image Source : AP Kanpur Police

कानपुर में पिछले हफ्ते हुए जघन्य हत्याकांड के बाद अब बड़े खुलासे हो रहे हैं। चौबेपुर थाने के सस्पेंड किये गए दरोगा कृष्ण कुमार शर्मा ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि विकास दुबे ने घटना के एक दिन पहले शाम को चार बजे चौबेपुर थाने में फोन करके धमकी दी थी कि अगर पुलिस गाव में आई तो लाशें बिछा दी जाएगी। सस्पेंड किये गए दरोगा के के शर्मा ने पुलिस को बताया है कि इस फ़ोन की जानकारी थानेदार विनय तिवारी को दी थी। धमकी से डर कर के के शर्मा विकास के गांव दबिश डालने नहीं गया। चौबेपुर थाने के ससपेंड किये गए दूसरे दरोगा कुँवर पाल और सिपाही राजीव भी विकास की धमकी से डर गए थे और दबिश डालने नहीं गए।

बता दें कि कानपुर एनकाउंटर में एसएचओ विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध पाए जाने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही चौबपुर के दो दारोगा और एक सिपाही को भी सस्पेंड किया गया है। इन तीनों पुलिसकर्मियों पर विकास दुबे के संपर्क में होने का आरोप लगा है। इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार को विकास दुबे पर इनाम की राशि बढ़ाने की घोषणा की है। शुरुआत में विकास दुबे की खबर देने वाले को 50 हजार रुपए के इनाम का ऐलान किया गया था फिर इसे बढ़ाकर 1 लाख रुपए किया गया और अब बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए कर दिया गया है। डीजीपी एचसी अवस्थी ने इनाम की राशि बढ़ाने की घोषणा की है। हालांकि इनाम में बढ़ोतरी के बावजूद अभी तक विकास दुबे का कोई भी सुराग नहीं है और उत्तर प्रदेश के 40 थानों की पुलिस उसे ढूंढ रही है।

सामने आई शहीद DSP देवेंद्र मिश्र की चिट्ठी

कानपुर में आठ पुलिसवालों की शहादत पर एक और खुलासा हुआ है। शहीद डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्र की एक चिट्ठी सामने आई है। सीओ ने मार्च में ही चिट्ठी लिखकर विकास दुबे का काला चिट्ठा खोलकर रख दिया था। इस लेटर में देवेंद्र मिश्र ने थाना चौबेपुर के सस्पेंड एसएचओ विनय तिवारी का भी जिक्र किया है। कानपुर एसएसपी को भेजी गई चिट्ठी में सीओ ने लिखा था कि विकास दुबे के खिलाफ डेढ़ सौ मुकदमे हैं। इस चिट्ठी में सीओ ने चौबेपुर एसएचओ को विकास दुबे पर कार्रवाई के लिए कहा था लेकिन विनय तिवारी एक्शन के बजाए विकास दुबे से सहानुभूति रख रहे थे। इस बात का जिक्र डिप्टी एसपी ने अपनी चिट्ठी में किया था। शहीद डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा ने चौबेपुर के निलंबित एसएचओ विनय तिवारी को पहले ही हटाने की सिफारिश उच्च अधिकारियों से की थी, लेकिन इस प्रकरण पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। शहीद डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा ने अपनी रिपोर्ट में एसएचओ विनय तिवारी को भ्रष्टाचारी और विवेचना में गड़बड़ी करने वाला बताया था।

विनय तिवारी पर गंभीर आरोप 

शहीद डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा ने अपनी रिपोर्ट में एसएचओ विनय तिवारी को जुआ खिलवाने वाला और जनता से अभद्र व्यवहार करने का दोषी बताया था, लेकिन उच्च अधिकारियों के कानों में शिकायत की रिपोर्ट की जूं तक नहीं रेंगी। सूत्रों के मुताबिक, शहीद डिप्टी एसपी ने विनय तिवारी के खिलाफ आठ जांच रिपोर्ट भेजी थी।

Latest Uttar Pradesh News