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गैंगस्टर विकास दुबे मामला: चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी गिरफ्तार

कानपुर 8 पुलिसकर्मी हत्याकांड में गैंगस्टर विकास दुबे मामले में चौबेपुर के निलंबित एसओ विनय तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

Vinay Tiwari Chaubeypur SO arrested in connection with Vikas Dubey- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Vinay Tiwari Chaubeypur SO arrested in connection with Vikas Dubey

नई दिल्ली/लखनऊ। कानपुर 8 पुलिसकर्मी हत्याकांड में गैंगस्टर विकास दुबे मामले में चौबेपुर के निलंबित एसओ विनय तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। विकास दुबे की तलाश में लगातार पुलिस और स्पेशल सेल के साथ एसटीएफ की टीमें दिल्ली-एनसीआर में छापा मार रही हैं। आज सुबह से विनय तिवारी से पूछताछ की जा रही थी। पुलिस एक्शन की जानकारी विकास दुबे को देने के शक पर पूछताछ के बाद यूपी एसटीएफ ने तत्कालीन एसओ विकास तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। कानपुर एनकाउंटर मामले में चौकी प्रभारी केके शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

विकास दुबे के मामले की जानकारी देते यूपी के ADG लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में हरियाणा में तीन गिरफ्तारियां हुई हैं। कार्तिकेय, अंकुर और श्रवण को गिरफ्तार किया गया है। श्रवण और अंकुर पिता-पुत्र हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस से बिकरू में लूटी गई 9 एमएम की पिस्टल बरामद की गई है। पुलिस ने श्रवण, अंकुर और एक अन्य आरोपी प्रभात को कोर्ट में पेश किया जिसके बाद कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की पुलिस कस्टिडी में भेज दिया है।

कानपुर में 2 और 3 जुलाई की मध्य रात्रि को पुलिस टीम पर हुए हमले के बाद से विकास दुबे और बिकरु गांव के एसओ विनय तिवारी की कार्यप्रणाली को लेकर काफी सवालिया निशान लग रहे थे। शक की सुई एसओ चौबेपुर विनय तिवारी पर गई तो पहले उन्हें हिरासत में  लेकर पूछताछ की गई इसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UPSTF) लगातार विनय तिवारी से पूछताछ कर रही थी। विनय तिवारी पर गैंगस्टर विकास दुबे को मुखबिरी देने समेत कई गंभीर आरोप हैं।  

बता दें कि विनय तिवारी ने विकास दुबे को पुलिस की दबिश की सूचना दी थी जिसके बाद पूरा थाना संदेह के घेरे में आ गया था। 
इससे पहले तत्कालीन पूरा चौबेपुर थाना लाइन हाजिर किया जा चुका है। बीते मंगलवार को थाने में तैनात सभी 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था। उनके खिलाफ विस्तृत जांच की जा रही है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। शुरुआती जांच में यह सही पाया गया। जांच में सामने आया कि थाने में तैनात कई पुलिस उपनिरीक्षक, हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल हिस्ट्रीशीटर दुबे के लिए मुखबिरी कर रहे थे।

सूत्र बताते हैं कि शिकायतकर्ता राहुल तिवारी ने अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत की तो एसओ विनय तिवारी गैंगस्टर विकास दुबे के घर पर समझौता कराने के लिये राहुल को लेकर पहुंच गया। जहां पर विकास ने विनय के सामने राहुल को मारा और जबरन समझौता करवा दिया था, जिसके बाद राहुल ने ये बात आलाधिकारियों को बताई तब मुकदमा दर्ज हुआ।

LDA ने विकास दुबे के लखनऊ आवास के बाहर चस्पा किया नोटिस

उधर विकास दुबे के चौबेपुर स्थित बिकरु गांव का पैतृक घर ढहाया गया लखनऊ स्थित घर के बाहर लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने नोटिस चस्प कर दिया है। एलडीए ने मकान के लिए स्वीकृत कराए गए मानचित्र की फोटोकॉपी मांगी है। अधिशासी अभियंता ने इसे 24 घंटों के भीतर कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा है। नोटिस में भवन संख्या जे-424 के लिए स्वीकृत कराए गए मानचित्र की फोटोकॉपी 9 जुलाई तक हर हाल में कार्यालय पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। 

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